सार

ट्रंप ने टैरिफ में किया बड़ा बदलाव! सहयोगियों को राहत, चीन पर बढ़ाया दबाव। ट्रेड वॉर और गहराने से बाजार में मची खलबली, आगे क्या होगा?

US China Trade War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बुधवार को टैरिफ को लेकर बड़ी घोषणा की। उन्होंने सहयोगी देशों पर लगाए गए हाई टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोक दिया। दूसरी ओर चीन पर लगाए गए टैरिफ को बढ़ाकर 125% कर दिया।

डोनाल्ड ट्रंप ने यह आश्चर्यजनक यू-टर्न 56 देशों और यूरोपीय संघ पर हाई टैरिफ लागू होने के लगभग 13 घंटे बाद लिया। टैरिफ लगाए जाने से बाजार में उथल-पुथल मच गई। इससे पूरी दुनिया में मंदी की आशंकाएं बढ़ गईं।

डोनाल्ड ट्रंप व्यापारिक नेताओं और निवेशकों का था दबाव

ब्लूमबर्ग के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप पर व्यापारिक नेताओं और निवेशकों की ओर से रुख बदलने का भारी दबाव था। बुधवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप से संवाददाताओं ने पीछे हटने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा, "मुझे लगा कि लोग थोड़ा हद से आगे बढ़ रहे हैं।"

ट्रंप ने कहा, "वे थोड़े चिड़चिड़े हो रहे थे, थोड़े डरे हुए थे। कोई भी दूसरा राष्ट्रपति ऐसा नहीं करता जो मैंने किया। किसी को तो यह करना ही था। उन्हें इसे रोकना ही था क्योंकि यह टिकाऊ नहीं था। मैं इसे करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। किसी को तो वह करना ही था जो हमने किया।"

हालांकि, ट्रंप ने घोषणा की कि वह चीन से होने वाले आयात पर टैरिफ को 104% से बढ़ाकर 125% कर देंगे। यह आधी रात से लागू हो गया। इससे दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टकराव बढ़ गया है।

ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वह कई अन्य व्यापारिक साझेदारों पर "पारस्परिक टैरिफ" रोक रहे हैं। क्योंकि उन्होंने जवाबी कार्रवाई की जगह बातचीत के लिए हाथ बढ़ाया। दूसरी ओर चीन ने "सम्मान की कमी" दिखाई।

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "चीन ने विश्व के बाजारों के प्रति अनादर दिखाया है। इसके चलते मैं अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए जाने वाले टैरिफ को तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 125% कर रहा हूं। उम्मीद है कि निकट भविष्य में चीन को यह एहसास हो जाएगा कि अमेरिका और अन्य देशों को लूटने के दिन अब स्वीकार्य नहीं हैं।"

अमेरिका-चीन ट्रेड वार हुआ तेज

ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाए जाने से अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार (US- China trade war) तेज हुआ है। जनवरी में सत्ता संभालने के बाद से ट्रंप ने चीन से आने वाले सामानों पर लगाए जाने वाले टैरिफ को 5 गुणा बढ़ा दिया है।

विश्लेषकों के अनुसार 10% की पहली दो बढ़ोतरी को चीन की ओर से एक संतुलित प्रतिक्रिया के रूप में देखा गया। चीन ने बातचीत के लिए दरवाजा खुला रखा था। पिछले सप्ताह ट्रंप ने अन्य देशों पर टैरिफ के साथ-साथ चीनी सामानों पर अतिरिक्त 34% शुल्क की घोषणा कर दी। चीन ने भी अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामानों पर 34% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया।

चीन की जवाबी कार्रवाई से नाराज होकर ट्रंप ने चीन से आने वाले सामानों पर 50% टैरिफ लगा दिया। इससे कुल टैरिफ 104% हो गया। अब ट्रंप ने इसे बढ़ाकर 125% कर दिया है।

चीन ने जवाबी कार्रवाई की है। उसने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 84% टैरिफ लगाया है। दोनों देशों के बीच आर्थिक तनाव के बीच, चीन ने अपने नागरिकों को अमेरिका की यात्रा करने से पहले “जोखिमों का आकलन” करने की चेतावनी दी है।