Snake Island: 16 जुलाई 2025 को वर्ल्ड स्नेक डे है। दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में दुनिया के सबसे खतरनाक जगहों में से एक स्नेक आइलैंड है। इसका असली नाम इल्हा दा क्यूइमाडा ग्रांडे है, लेकिन दुनिया स्नेक आइलैंड के नाम से ज्यादा जानती है। यह ब्राजील के साओ पाउलो के तट से सिर्फ 33 किलोमीटर दूर है।

स्नेक आइलैंड दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक गोल्डन लांसहेड वाइपर का घर है। यहां करीब 2,000-4,000 गोल्डन लांसहेड वाइपर रहते हैं। इस द्वीप पर सांपों की संख्या इतनी अधिक है कि जहां पैर रखो वहां जहरीले सांप मिलते हैं। यहां प्रति वर्ग मीटर एक सांप है।

स्नेक आइलैंड की जमीन पथरीली है। यह जंगल से ढंकी है। यह इतनी खतरनाक जगह है कि ब्राजील ने यहां इंसानों का जाना बंद कर रखा है। यहां ब्राजील की नौसेना के जवान जाते हैं वह भी साल में सिर्फ एक बार। ये जवान भी हमेशा अपने साथ डॉक्टर और एंटी वेनम लेकर जाते हैं।

स्नेक आइलैंड कहां है, यहां इतने अधिक सांप क्यों हैं?

स्नेक आइलैंड अटलांटिक महासागर में साओ पाओलो शहर से लगभग 90 किमी दक्षिण पश्चिम में स्थित है। यह 11 हजार साल पहले ब्राजील की मुख्य भूमि से जुड़ा हुआ था। समुद्र के पानी का स्तर बढ़ने से यह ब्राजील की मुख्य भूमि से कट गया और द्वीप बन गया। यहां रहने वाले सांपों को खाने के लिए कोई शिकारी नहीं हैं। इसके चलते इनकी संख्या तेजी से बढ़ी और इन्होंने पूरे द्वीप पर कब्जा कर लिया। इस द्वीप पर सांपों के शिकार करने लायक छोटे जानवर नहीं हैं। ये सांप पक्षियों का शिकार करने के लिए विकसित हुए हैं। ये मुख्य रूप से प्रवासी पक्षियों का शिकार करते हैं।

पक्षी बेहद फुर्तीले होते हैं। इसके चलते इन सांपों ने अपने जहर को अधिक घातक बना लिया। इसका जहर ब्राजील की मुख्य भूमि पर रहने वाले वाइपर सांप की तुलना में 5 गुना तक अधिक घातक है। गोल्डन लांसहेड के काटने से शिकार की किडनी फेल हो जाती है। शरीर के अंदर खून बहता है। ऊतक गल जाते हैं।

क्या हैं गोल्डन लांसहेड वाइपर की खास बातें?

गोल्डन लांसहेड वाइपर की औसत लंबाई 70–90 cm है। इसका सबसे करीबी रिश्तेदार बोथ्रोप्स जराराका सांप है। यह ब्रजील की मुख्य भूमि पर रहता है। गोल्डन लांसहेड वाइपर का जहर बोथ्रोप्स जराराका के जहर से 5 गुना घातक है। इसके मुख्य शिकार चिलीयन इलानिया जैसे प्रवासी पक्षी हैं। 

क्यों स्नेक आइलैंड पर इंसानों का जाना है बैन?

  • स्नेक आइलैंड पर खड़ी चट्टानें हैं। यह घने जंगल से ढंका हुआ है। कुछ क्षेत्रों में प्रति वर्ग मीटर 1 जहरीला सांप है। आपात स्थिति में बचाव कार्य लगभग असंभव है। यह जगह इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं है। 
  •  पहले इस आइलैंड से पकड़कर सांपों की तस्करी होती थी। प्रति गोल्डन लांसहेड सांप 25 लाख रुपए तक दिए जाते थे। अवैध शिकार ने इस सांप के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया था। इसे रोकने के लिए इंसानों के जाने पर रोक लगाया गया।
  • यहां ब्राजील सरकार की अनुमति से ही वैज्ञानिक जा सकते हैं। उन्हें सैटेलाइट फोन और पूरी टीम के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटीवेनम साथ रखना होता है।