सार

पाकिस्तान के मदरसे में हुए आत्मघाती हमले में तालिबान से जुड़े हमीदुल हक हक्कानी की मौत। रमजान से ठीक पहले जुमे के दिन मदरसे में हुए इस धमाके ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

Who is Hamid Ul Haq Haqqani: रमजान से एक दिन पहले 28 फरवरी को जुमे के दिन पाकिस्तान के एक मदरसे में हुए आत्मघाती हमले में कई लोग मारे गए। इसमें तालिबान के गॉडफादर कहलाने वाले मौलाना समीउल हक हक्कानी के बड़े बेटे हमीदुल हक हक्कानी की भी मौत हो गई। इस हमले में हक्कानी के अलावा 4 और लोग मारे गए हैं। हमला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के नौशेरा जिला स्थित अकोरा खट्टक में बने जामिया हक्कानिया मदरसा में हुआ।

कौन था हमीदुल हक हक्कानी?

मौलाना हमीदुल हक हक्कानी का जन्म 26 मई 1968 को हुआ था। उसने 16 नवंबर 2002 से 10 अक्टूबर 2007 तक पाकिस्तान की 12वीं नेशनल असेंबली के मेंबर के तौर पर काम किया। अपने पिता समी उल हक की हत्या के बाद वो जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (S) पार्टी का प्रमुख भी बना। बता दें कि हक्कानी ने 2024 में अफगानिस्तान का दौरा कर तालिबान नेताओं से मुलाकात की थी। हक्कानी ने कहा था कि उसकी यात्रा का मकसद पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच संबंधों को सुधारना है।

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कौन था मौलाना समीउल हक हक्कानी

मौलाना समीउल हक हक्कानी को तालिबान को आगे ले जाने का श्रेय जाता है। उसका जन्म 18 दिसंबर 1938 में हुआ था। 1947 में उसने पाकिस्तान में दारुल उलूम हक्कानिया मदरसा की स्थापना की थी। तालिबान के ज्यादातर नेता और कमांडरों ने यहीं इस्लामिक शिक्षा ग्रहण की। हक्कानी के तालिबान नेता मुल्ला मोहम्मद उमर के साथ घनिष्ठ संबंध थे। 2018 में हक्कानी की हत्या के बाद उनके बेटे हामिद उल हक हक्कानी इस मदरसा के चांसलर बने थे। बता दें कि जामिया हक्कानिया मदरसा पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं। इस मदरसे से पढ़े लोगों पर पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या में शामिल होने के भी आरोप हैं। हालांकि, मदरसे की ओर से इन आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद करार दिया गया।

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