सार

Bangladesh में नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन डेविल हंट' के तहत अब तक 1,308 लोग गिरफ्तार किए गए।

What is Operation Devil Hunt: बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार ने देशव्यापी हिंसा और अराजकता पर लगाम लगाने के लिए 'ऑपरेशन डेविल हंट' शुरू किया है। इस अभियान के तहत अब तक 1,308 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, इनमें अधिकतर लोग शेख हसीना की अवामी लीग (Awami League) और उसके सहयोगी संगठनों से जुड़े हुए हैं।

Bangladesh में गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी

पुलिस मुख्यालय के मीडिया और पीआर प्रभारी एनामुल हक सागर के अनुसार, अभियान (Operation Devil Hunt) के तहत 274 गिरफ्तारियां महानगरीय क्षेत्रों से और 1,034 अन्य गिरफ्तारियां देश के विभिन्न हिस्सों से हुई हैं। विशेष रूप से गाजीपुर में 81, कुमिल्ला में 3 और नोआखली के हातिया उपजिला में 7 अवामी लीग नेताओं (Sheikh Hasina Awami league loyalists)को हिरासत में लिया गया है। सरकार ने गृह मंत्रालय के तहत पुलिस मुख्यालय में एक विशेष कमांड सेंटर स्थापित किया है, जहां से देश की सुरक्षा एजेंसियां कानून व्यवस्था की स्थिति की निगरानी कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑपरेशन बांग्लादेश की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत है और आने वाले दिनों में और कड़े फैसले लिए जा सकते हैं।

ऑपरेशन डेविल हंट: Yunus सरकार का बड़ा कदम

मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने शनिवार को 'ऑपरेशन डेविल हंट' की शुरुआत की थी। सरकार का कहना है कि यह अभियान गिराए गए तानाशाही शासन से जुड़े अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए चलाया जा रहा है।

गृह सलाहकार एमडी जाहंगीर आलम चौधरी ने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक कि सभी 'शैतानों' को न्याय के सामने नहीं लाया जाता। गृह मंत्रालय के वरिष्ठ सचिव नसीमुल घनी ने भी कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि देश को अस्थिर करने की कोशिश करने वाले सभी तत्वों को निष्प्रभावी नहीं कर दिया जाता।

हसीना समर्थकों पर बढ़ रही कार्रवाई

बांग्लादेश में यह व्यापक सुरक्षा अभियान ऐसे समय में चलाया जा रहा है जब देश में भारी अशांति का दौर जारी है। शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने ढाका में उनके महल सहित कई इमारतों को ध्वस्त कर दिया। इन इमारतों में हसीना के पिता और बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान के पूर्व घर और संग्रहालय को भी निशाना बनाया गया।

यह विरोध तब शुरू हुआ जब खबरें आईं कि 77 वर्षीय हसीना, जो मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप में गिरफ्तारी वारंट के बावजूद भारत में शरण लिए हुए हैं, फेसबुक पर लाइव संबोधन देने वाली थीं।

मुहम्मद यूनुस की शांति की अपील

बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा:नया बांग्लादेश, जिसे हम मिलकर बना रहे हैं, कानून के शासन और नागरिक अधिकारों के सम्मान पर आधारित होगा। हमें यह साबित करना होगा कि हम अपने सिद्धांतों पर अडिग हैं।

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