सार
Tulsi Gabbard US Director of National Intelligence: तुलसी गब्बार्ड अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक बनीं हैं। बुधवार को सीनेट में अंतिम मतदान के बाद इसकी पुष्टि की गई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगियों (जिनमें एलन मस्क भी शामिल हैं) द्वारा किए गए ठोस प्रयास के बाद गबार्ड की इस नई जिम्मेदारी की पुष्टि हुई। सीनेट ने 52 से 48 मत गबार्ड को इस पद की जिम्मेदारी देने के लिए मिलें।
तुलसी गब्बार्ड ने पहले नहीं किया है खुफिया समिति में काम
तुलसी गब्बार्ड ने पहले खुफिया समिति में काम नहीं किया है। वह हवाई की पूर्व प्रतिनिधि हैं। गैबार्ड इस भूमिका में विधायी और सैन्य अनुभव का खास संयोजन लेकर आईं हैं। 2013 से 2021 तक उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में सेवा दी है। इसके अलावा गब्बार्ड ने आर्मी नेशनल गार्ड में भी सेवा दी है। वह इराक और कुवैत में तैनात हुईं थीं।
अमेरिकी खुफिया समुदाय की देखरेख करेंगी तुलसी गब्बार्ड
तुलसी गब्बार्ड अपनी नई भूमिका में अमेरिका के खुफिया समुदाय की देखरेख करेंगी। वह राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रभावी इंफॉर्मेशन शेयरिंग तय करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के बीच संचालन का समन्वय करेंगी। बता दें कि DNI खुफिया मामलों पर राष्ट्रपति को सलाह देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारतीय मूल की नहीं हैं तुलसी गब्बार्ड
तुलसी गब्बार्ड नाम से भारतीय मूल की लगती हैं, लेकिन वह भारतीय मूल नहीं नहीं हैं। 43 साल की गब्बार्ड 4 बार अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य रहीं हैं। वह अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू सदस्य थीं। तुलसी नाम उन्होंने हिंदू धर्म से होने के चलते रखा है। इसी वजह से उन्हें अक्सर भारतीय मूल का समझा जाता है।
तुलसी गब्बार्ड को हिंदू धर्म से था लगाव
तुलसी का जन्म अमेरिका के समोआ में हुआ था। उनका पालन-पोषण हवाई और फिलीपींस में हुआ था। तुलसी गब्बार्ड की मां कैरोल पोर्टर गब्बार्ड का पालन-पोषण बहुसांस्कृतिक परिवार में हुआ था। वह हिंदू धर्म में रुचि रखती थीं। उनके सभी बच्चों के हिंदू नाम (भक्ति, जय, आर्यन, तुलसी और वृंदावन) हैं। तुलसी हिंदू धर्म का पालन करती हैं। उनके हरे कृष्ण का जाप करते हुए वीडियो वायरल हुए हैं।