यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें कई रूसी ठिकाने तबाह हुए। यह हमला ड्रोन के ज़रिए किया गया और इसके पीछे की रणनीति बेहद चौंकाने वाली है।
Ukraine drone strikes on Russia: यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला कर दुनिया को चौंका दिया है। यूक्रेन ने रूसी संघ की पूरी लंबाई में एक साथ हमले किए। हवाई ठिकानों को निशाना बनाया और 41 स्ट्रैटेजिक बॉम्बर को नष्ट कर दिया। अनुमान के अनुसार रूसी बमवर्षक बेड़े के 30 प्रतिशत से अधिक TU-95 और TU-22 और A-50 हवाई रडार नष्ट हुए हैं।
यूक्रेन ने ट्रक से ड्रोन को रूस के अंदरुनी इलाकों तक पहुंचाए। इन्हें शिपिंग कंटेनरों में रखा गया था। इन कंटेनरों को रूसी एयरबेस के पास ले जाया गया। इसके बाद प्री-प्रोग्राम्ड वर्टिकल लिफ्ट ड्रोन को छोड़ा गया।
रूसी मीडिया ने इन हमलों को ‘पर्ल हार्बर 2’ नाम दिया है। 1941 में हवाई में अमेरिकी बेड़े पर जापानी नौसेना के अचानक हमला किया था। इसके बाद अमेरिका को द्वितीय विश्व युद्ध में उतरना पड़ा था।
क्या हैं भारत और दुनिया के लिए सबक?
1. अब तक का सबसे बड़ा हमला
यूक्रेन ने दुनिया के सबसे बड़े हमलों में से एक को अंजाम दिया है। ओलेन्या, मरमंस्क और इरकुत्स्क, साइबेरिया में दो हवाई ठिकानों पर हमला किया गया। ये टारगेट 6000 किमी से अधिक दूर थे। पहली बार यूक्रेन ने रूस में इतनी गहराई तक हमला किया है।
भारत का सबसे बड़ा विशेष बल अभियान भारतीय नौसेना द्वारा किया गया था। 15 अगस्त 1971 की रात को अंजाम दिए गए ऑपरेशन जैकपॉट के तहत (तत्कालीन) पूर्वी पाकिस्तान में चार पाकिस्तानी बंदरगाहों पर एक साथ हमला किया गया था। इसके चलते 22 व्यापारी जहाज डूब गए या क्षतिग्रस्त हुए थे। ये हमले 500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में चार बंदरगाहों- चटगांव, चलना-मोंगला, नारायणगंज और चांदपुर पर किए गए थे।
2. यूक्रेन ने अपने दम पर किया हमला
कहा जाता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध मॉस्को और नाटो के बीच एक छद्म युद्ध है। यूक्रेनी सैनिक पश्चिमी देशों द्वारा दिए गए हथियारों के बल पर लड़ रहे हैं। ये रूस के लिए नाजुक मुद्दे रहे हैं। रूस ने यूरोप में नाटो के ठिकानों और गोला-बारूद के भंडारों पर हमला करने की धमकी दी है। स्पाइडर वेब में यूक्रेन ने कहा है कि उसने नाटो/पश्चिमी देशों के समर्थन के बिना अपने दम पर हमले किए हैं। ऐसा पश्चिमी देशों पर संभावित प्रभाव कम करने के लिए कहा गया है। हमले में यूक्रेनी ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। यूक्रेनी सरकार ने इसकी जिम्मेदारी ली है। लंबी दूरी की टॉरस मिसाइलों जैसे पश्चिमी देशों द्वारा दिए गए हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया।
3. क्या रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा?
रूस और यूक्रेन की लड़ाई चौथे साल में प्रवेश कर गई है। इस दौरान रूस ने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की धमकी दी है। यूक्रेन ने रूस के रणनीतिक बमवर्षक बेड़े पर हमला किया है। इससे रूस के पास परमाणु हथियार लॉन्च करने के लिए कम विमान बचे हैं। रूस ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। रूस ने यूक्रेनी हमलों के तुरंत बाद 1 जून को यूक्रेन पर 400 से अधिक ड्रोन दागे।
4. क्या आ गया ड्रोन युद्ध का युग?
2022 से पहले ही आर्मेनिया-अजरबैजान संघर्ष और सऊदी अरब की तेल रिफाइनरियों पर हौथियों के हमले में इसके संकेत मिले थे। रूस-यूक्रेन युद्ध ने ड्रोन युद्ध के एक नए युग की शुरुआत की। ड्रोन ने लड़ाकू विमानों से लेकर छोटे हथियारों तक, हर एक प्लेटफॉर्म की जगह ले ली है। रूस और यूक्रेन दोनों लड़ाई में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
5. भारत के लिए सबक
भारत ने चार दिवसीय ऑपरेशन सिंदूर हवाई हमलों के दौरान पाकिस्तान को निशाना बनाने के लिए बड़े पैमाने पर ड्रोन का इस्तेमाल किया। पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करने के लिए ड्रोन भेजे। भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर भी ड्रोन से हमला किया। ड्रोन आकार में छोटे और कम ऊंचाई पर उड़ने की वजह से रडार की पकड़ में आने से बचते हैं। जिस तरह यूक्रेन ने रूस में पहले ट्रक के माध्यम से ड्रोन पहुंचाए और एयर बेस के करीब जाकर उन्हें हवा में लॉन्च किया इससे एक नई चुनौती सामने आई है। अब एयर बेस या दूसरा अहम ठिकाना चाहे वह सीमा के कितना भी दूर हो सुरक्षित नहीं रहा।