सार
इराक और सीरिया में ISIS का टॉप लीडर अब्दुल्ला मक्की मुसलेह अल-रिफाई उर्फ अबू खादिजा (Abu Khadija) आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में मारा गया। यह ऑपरेशन अमेरिकी गठबंधन के सहयोग से इराकी सुरक्षा बलों ने अंजाम दिया।
Abu Khadija killed: इराक और सीरिया में सक्रिय इस्लामिक स्टेट (ISIS) के प्रमुख नेताओं में से एक अब्दुल्ला मक्की मुसलेह अल-रिफाई को एक बड़े आतंकवाद विरोधी अभियान (Counter-Terrorism Operation) में मार गिराया गया है। अल-रिफाई को खौफ की दुनिया में अबू खादिजा (Abu Khadija) के नाम से जाना जाता था। इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी (Mohammed Shia Al-Sudani) ने शुक्रवार को उसके मारे जाने की पुष्टि की है।
अमेरिकी गठबंधन के सहयोग से हुआ ऑपरेशन
अबू खादिजा को इराक और दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में से एक माना जाता था। उसकी मौत अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन (US-led Coalition) और इराकी सुरक्षा बलों (Iraqi Security Forces) के संयुक्त ऑपरेशन के तहत हुई। इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है।
ISIS को फिर से कर रहा था खड़ा
अबू खादिजा के नेतृत्व में ISIS फिर से अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहा था, खासकर पश्चिमी देशों और एशिया में। यह आतंकी संगठन (Terrorist Organization) पहले भी इराक और सीरिया में लाखों लोगों पर कठोर इस्लामी शासन लागू कर चुका था, लेकिन 2019 में इसके पूर्व नेता अबू बक्र अल-बगदादी (Abu Bakr al-Baghdadi) की मौत के बाद संगठन की शक्ति कम हो गई थी।
अबू बक्र अल-बगदादी की विरासत और अबू खादिजा की भूमिका
2014 में अबू बक्र अल-बगदादी ने इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर खिलाफत (Caliphate) की घोषणा की थी लेकिन अमेरिकी विशेष बलों (US Special Forces) के एक ऑपरेशन में 2019 में उसकी मौत हो गई। अबू खादिजा, बगदादी की मृत्यु के बाद ISIS के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक बन गया था। वह आतंकी हमलों के समन्वय और नए लड़ाकों की भर्ती में सक्रिय भूमिका निभा रहा था।
आतंकवाद विरोधी अभियान को मिलेगी मजबूती
विशेषज्ञों का मानना है कि अबू खादिजा की मौत से इराक और सीरिया में ISIS के नेतृत्व और आतंकवादी गतिविधियों को तगड़ा झटका लगेगा। इस ऑपरेशन से क्षेत्र में सुरक्षा बलों को बढ़त मिली है और आतंकवाद के खिलाफ अभियान को मजबूती मिलेगी।