सार
दुनिया में कई अद्भुत जगहें हैं। एक ऐसा गांव भी है जहां बारिश नहीं होती। इतने सालों से इस गांव में बारिश की एक भी बूंद नहीं गिरी है। आइए जानते हैं इस गांव के बारे में।
दुनिया (World) में हर जगह की अपनी खासियत है। कहीं बहुत बारिश (rain) होती है, तो कहीं बहुत सूखा पड़ता है। कहीं बर्फबारी ज्यादा होती है, तो कहीं बहुत कम बारिश होती है। लेकिन क्या आप यकीन करेंगे कि एक ऐसी जगह भी है जहाँ बारिश की एक भी बूंद नहीं गिरती? बारिश का सौंदर्य (beauty) देखना बहुत अच्छा लगता है। बारिश की हर बूंद जब जमीन पर गिरती है तो उसकी खुशबू मन को मोह लेती है। बादल छा जाते हैं और बारिश शुरू हो जाती है तो धरती ठंडी हो जाती है। जून आते ही हम बारिश के मौसम के लिए तैयार हो जाते हैं। किसान अपने खेती का काम शुरू कर देते हैं। बारिश नहीं तो फसल नहीं, फसल नहीं तो सूखा पक्का। लेकिन उस गांव में बारिश न होने के बावजूद लोग आराम से अपना जीवन जी रहे हैं। वह गांव कौन सा है, उसकी खासियत क्या है, आइए जानते हैं।
बारिश न होने वाला गांव कौन सा है? : जहाँ एक बार भी बारिश नहीं हुई, वह गांव अल-हुतैब (al hutaib) है। यह गांव मध्य पूर्वी एशियाई देश यमन (Yemen) में स्थित है। अल हुतैब गांव यमन की राजधानी सना के पश्चिम में है। अब तक बारिश न होने वाला दुनिया का एकमात्र गांव अल हुतैब है।
यहाँ बारिश क्यों नहीं होती? : अल-हुतैब गांव समुद्र तल से 3200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ बारिश न होने का यही कारण है। बादल 2000 मीटर की ऊंचाई पर बनते हैं। यानी यह गांव बादलों के ऊपर है। इसी वजह से यहाँ के लोग बारिश का सौंदर्य नहीं देख पाते। दरअसल यह पहाड़ पर बसा एक गांव है। गर्मियों में लोगों को बहुत गर्मी लगती है। हर दिन सुबह ठंड होती है और दोपहर के बाद तेज धूप इन्हें परेशान करती है।
बहुत सुंदर है यह गांव : यहाँ के लोगों को बारिश देखने का सौभाग्य नहीं मिलता। लेकिन उन्हें इसका कोई दुख नहीं है। बारिश न होने के बावजूद यह गांव बहुत खूबसूरत है। गांव के नीचे बादल दिखाई देते हैं। इसी वजह से यहाँ के लोग इस गांव को स्वर्ग मानते हैं। उनका मानना है कि वे स्वर्ग में रहते हैं। बारिश न होने वाले इस गांव को देखने के लिए हर दिन सैकड़ों पर्यटक आते हैं। यह गांव अल-बोहरा या अल-मुकर्रम लोगों का गढ़ है। उन्हें यमन समुदाय कहा जाता है। इस गांव में प्राचीन और आधुनिक वास्तुकला का संगम देखने को मिलता है। पहाड़ पर घर बने हैं। यह गांव धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है।