सार

Spotify Controversy: Spotify पर 'My Adderall Store' जैसे नामों वाले फर्जी पॉडकास्ट के जरिए Codeine, Tramadol और Xanax जैसी नशीली दवाएं खुलेआम बेची जा रही थीं। 

 

Spotify Controversy: स्वीडन की दिग्गज म्यूजिक स्ट्रीमिंग कंपनी Spotify एक बार फिर विवादों में घिर गई है। CNN की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर ऐसे सैकड़ों फर्जी पॉडकास्ट मौजूद थे जो किशोरों को Xanax, Oxycodone, Tramadol और Codeine जैसी नशीली दवाएं खरीदने के लिए उकसाते थे।

इन पॉडकास्ट्स के टाइटल थे-My Adderall Store, Xtrapharma.com, और एपिसोड्स में Order Codeine Online Safe Pharmacy Louisiana, Order Xanax 2 mg Online Big Deal On Christmas Season जैसे भ्रामक शीर्षक दिए गए थे। ये पॉडकास्ट बाहरी वेबसाइट्स के लिंक भी दे रहे थे, जहां से सीधे इन दवाओं को खरीदा जा सकता था।

Spotify का मॉडरेशन सिस्टम फेल

चौंकाने वाली बात ये रही कि Spotify का ऑटो-डिटेक्शन सिस्टम इन पॉडकास्ट्स को रोक नहीं पाया। नतीजतन, लाखों किशोरों को ये कंटेंट बिना रोक-टोक के उपलब्ध रहा।

टेक स्टॉक्स पर लिखने वाली ब्लॉगर लॉरेन बालिक ने X (पूर्व में Twitter) पर लिखा: ये हैरान करने वाली बात है कि Spotify पर कितनी बड़ी मात्रा में अवैध दवा वितरण होता है—Opioids, Benzos, Amphetamines, सब कुछ। उन्होंने कंपनी के CEO डैनियल एक को टैग करते हुए कहा: अगर आपकी AI और ML क्षमताएं असल में मौजूद हैं तो यह 100% हल किया जा सकता है। या फिर आप बस सो रहे हैं?

Spotify की प्रतिक्रिया

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए Spotify ने एक बयान जारी किया: हम लगातार अपने प्लेटफॉर्म पर उल्लंघन करने वाले कंटेंट को पहचानने और हटाने का प्रयास कर रहे हैं।

पहले भी विवादों में रहा है Spotify

यह पहली बार नहीं है जब Spotify को कंटेंट को लेकर आलोचना झेलनी पड़ी हो। इससे पहले कंपनी पर 'Ghost Artists' को बढ़ावा देने और रॉयल्टी से बचने के लिए Perfect Fit Content (PFC) नामक प्रोग्राम चलाने का आरोप लगा था। इसके तहत Spotify ने सस्ते और सामान्य क्वालिटी वाले ट्रैक्स को खुद प्रोड्यूस करवाया और उन्हें क्यूरेटेड प्लेलिस्ट्स में जगह दी ताकि असली कलाकारों को रॉयल्टी न चुकानी पड़े।

Discovery Mode पर भी उठे सवाल

फरवरी 2024 में The Guardian की रिपोर्ट में दावा किया गया कि Spotify का Discovery Mode कलाकारों को सुनवाई दिलाने के बदले में 30% रॉयल्टी कटौती की मांग करता है जिसे कई म्यूजिक क्रिएटर्स ने शोषणकारी कहा।