सार

इस अनोखे मैराथन में भाग लेने के लिए, रोबोटों को कुछ मानदंडों को पूरा करना होगा। उन्हें पहियों पर चलने की अनुमति नहीं है। इसके बजाय, उन्हें मानव जैसे दिखने वाले और दो पैरों पर चलने में सक्षम होना चाहिए।

हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहाँ रोबोट तेजी से विकसित हो रहे हैं। हर दिन रोबोट से जुड़ी कोई न कोई खबर हमारे सामने आती है। अब चीन एक कदम आगे बढ़कर इंसानों और रोबोटों को एक साथ भाग दौड़ करवाने के लिए एक मैराथन का आयोजन करने जा रहा है। इसके जरिए चीन दुनिया का पहला ऐसा देश बनना चाहता है जहाँ इंसान और रोबोट एक साथ किसी प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेंगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजिंग के डैक्सिंग जिले में आयोजित होने वाले इस हाफ मैराथन में दर्जनों ह्यूमनॉइड रोबोट और 12,000 मानव एथलीट हिस्सा लेंगे। दौड़ की कुल दूरी 21 किलोमीटर होगी। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के साथ तकनीकी प्रतिस्पर्धा में बढ़त हासिल करने के लिए चीन एआई और रोबोटिक्स के विकास पर जोर दे रहा है, और इसी कड़ी में यह मैराथन आयोजित की जा रही है।

बीजिंग इकोनॉमिक-टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट एरिया (ई-टाउन) द्वारा आयोजित इस मैराथन में 20 से अधिक कंपनियों के रोबोट शामिल होंगे। ई-टाउन ने बताया कि दुनिया भर की कंपनियों, अनुसंधान संस्थानों, रोबोटिक्स क्लबों और विश्वविद्यालयों को अपने ह्यूमनॉइड रोबोटों को मैराथन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए, रोबोटों को कुछ मानदंडों को पूरा करना होगा। उन्हें पहियों पर चलने की अनुमति नहीं है। इसके बजाय, उन्हें मानव जैसे दिखने वाले और दो पैरों पर चलने में सक्षम होना चाहिए। आधिकारिक दिशानिर्देशों के अनुसार, रोबोटों की ऊंचाई 0.5 मीटर से 2 मीटर के बीच होनी चाहिए। आधिकारिक बयान में यह भी कहा गया है कि रिमोट कंट्रोल वाले और पूरी तरह से स्वचालित ह्यूमनॉइड दोनों ही योग्य होंगे, और दौड़ के दौरान बैटरियों को बदलने की अनुमति होगी।

राज्य समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने पिछले महीने रिपोर्ट किया था कि 2030 तक चीन का रोबोटिक्स उद्योग 400 बिलियन युआन तक पहुंच जाएगा। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्स के आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में दुनिया भर में स्थापित किए गए कुल रोबोटों में से 51 प्रतिशत यानी 276,288 रोबोट चीन में थे।