सार

पेंगुइन भी इंसानों की तरह तलाक लेते हैं और नए साथी की तलाश करते हैं! दस साल के शोध में खुलासा हुआ है कि यौन असंतुष्टि और बेवफाई इनके रिश्ते तोड़ने के मुख्य कारण हैं।

सृष्टि के रहस्यों को कोई नहीं जानता। इस दुनिया में बहुत सी ऐसी घटनाएं घटती हैं जो सवाल बनकर रह जाती हैं, जिनका जवाब मिलना मुश्किल है। इंसान खुद को कितना भी बुद्धिमान क्यों न समझे, सृष्टि के आगे वह शून्य ही है। शोध के ज़रिए जब एक-एक करके बातें सामने आती हैं तो हैरानी होती है। खासकर जानवरों, पक्षियों और कीड़ों-मकोड़ों की दुनिया में तो अजीबोगरीब बातें ही भरी पड़ी हैं। करोड़ों जीवों का अध्ययन करना आसान नहीं है। फिर भी कुछ शोधकर्ता कई दशकों तक एक ही शोध में लगे रहते हैं और जो नतीजे सामने आते हैं वो हैरान करने वाले होते हैं।

कुछ इसी तरह, पक्षी विशेषज्ञों ने पेंगुइन पर जो शोध किया है, उससे पता चला है कि पेंगुइन भी इंसानों की तरह तलाक लेते हैं, दोबारा शादी के लिए साथी ढूंढते हैं, और रिश्तों में दरार पड़ने की प्रक्रिया पेंगुइन में भी होती है! पिछले दस सालों से चल रहे इस अध्ययन में यह दिलचस्प बात सामने आई है। पर्यावरण विज्ञान और विकास पत्रिका (journal Ecology and Evolution) में प्रकाशित अध्ययन में लेखक रिचर्ड रीना ने इस बात का जिक्र किया है। रिश्तों की बात करें तो इंसानों और पेंगुइन में ज़्यादा फर्क नहीं है। एक साथी से ऊब जाने पर, यौन क्रिया में संतुष्टि न मिलने पर, वे अपने साथी को तलाक देकर दूसरा साथी ढूंढ लेते हैं। आमतौर पर इंसानों की तरह पेंगुइन में भी एक नर के लिए एक मादा की प्रथा होती है। इसी वजह से अगर वह मादा या नर सही नहीं लगता तो इंसानों की तरह ही तलाक दे देते हैं, ऐसा शोधकर्ताओं का कहना है। फिलिप द्वीप पर स्थित 37 हज़ार छोटे पेंगुइन की बस्ती में पिछले दस सालों से चले आ रहे इस लंबे शोध से यह बात सामने आई है।

 प्रजनन के समय में तलाक के मामले बढ़ जाते हैं। यौन क्रिया में असंतुष्टि इसकी मुख्य वजह है, वहीं अपने साथी को किसी दूसरे पेंगुइन के साथ देखने पर भी रिश्ते टूट जाते हैं, ऐसा इस अध्ययन रिपोर्ट में बताया गया है। पेंगुइन के लिए उनका प्रजनन ही सबसे ज़रूरी होता है। उम्र बढ़ने के साथ यह कम होने लगता है, इसलिए अपने साथी को तलाक देकर दूसरे की तलाश में निकल जाना पेंगुइन में आम बात है, ऐसा इसमें बताया गया है।  
 
 अध्ययन में शामिल लगभग हज़ार जोड़ों में से, दस साल बाद 250 तलाक हुए हैं। एक ही रिश्ते में रहने वाली मादा पेंगुइन के 'विधवा' होने की घटनाएं भी हुई हैं। ज़्यादातर पेंगुइन अपने साथी को छोड़ने के बाद अकेलेपन और अवसाद का शिकार हो जाते हैं, ऐसा शोध का हिस्सा रहे ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय के पर्यावरण शरीर क्रिया विज्ञान और संरक्षण अनुसंधान समूह के प्रमुख रीना का कहना है। पेंगुइन की संख्या घटने की वजह यह है कि ज़्यादातर पेंगुइन अपना समय सही साथी की तलाश में ही बिता देते हैं। प्रेम के लिए उनके जीवनकाल में कम समय मिलता है। इसके अलावा, भोजन की कमी होने पर दूसरी जगह की तलाश में समय बिताने के कारण, यौन जीवन के लिए उन्हें कम मौका मिलता है, ऐसा शोधकर्ताओं का कहना है।