सार
श्रीलंका में सबको पेट्रोल बांटने की जद्दोजहद के तहत सरकार ने एक यूनिक कॉन्सेप्ट शुरू किया है। इसे नेशनल फ्यूल पास सिस्टम कहा गया है। इसके तहत कस्टमर्स को अपने व्हीकल्स का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके हिसाब से उसे पेट्रोल दिया जाएगा। रानिले विक्रमसिंघे ने ली राष्ट्रपति पद की शपथ...
वर्ल्ड न्यूज. रानिल विक्रमसिंघे(Ranil Wickremesinghe) ने आज (21 जुलाई) को संसद परिसर में श्रीलंका के डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट रिपब्लिक के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया के इस्तीफा देने के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में देश की कमान संभाली थी। इसके बाद 20 जुलाई को हुए त्रिकोणीय चुनाव में वे राष्ट्रपति चुने गए। इस बीच देश में व्याप्त ईंधन संकट से निपटने एक नया सिस्टम शुरू किया गया है। पढ़िए श्रीलंका की कुछ अपडेट्स...
व्हीकल्स की नंबर प्लेट के हिसाब से मिलेगा फ्यूल
बिजली और ऊर्जा मंत्रालय(Ministry of Power & Energy) का कहना है कि सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (Ceypetco) फिलिंग स्टेशनों से व्हीकल्स नंबर प्लेट की लास्ट डिजिट के अनुसार फ्यूल बांटने की शुरुआत आज (21 जुलाई) से कर रहा है। इसके अनुसार 25 जुलाई तक वाहन नंबर प्लेट के अंतिम अंक के आधार पर फ्यूल बांटा जाएगा-
0, 1, 2 लास्ट नंबर प्लेट डिजिट-मंगलवार और शनिवार
3, 4, 5 लास्ट नंबर प्लेट डिजिट: गुरुवार और रविवार
6, 7, 8, 9 लास्ट नंबर प्लेट डिजिट-सोमवार, बुधवार और शुक्रवार
फिलहाल, सिपेटको फिलिंग स्टेशन एक बार में मोटरसाइकिल के लिए सिर्फ 1,500 रुपए(श्रीलंकाई करेंसी) का फ्यूल देगा। तिपहिया वाहनों के लिए यह सीमा 2,000 रुपए तय की गई है। इस बीच अन्य वाहनों को दिए जाने वाले फ्यूल की अधिकतम राशि 7,000 रुपए होगी। मंत्रालय के अनुसार, पिछले शनिवार को नेशनल फ्यूल पास सिस्टम(National Fuel Pass system) की घोषणा के बाद से 30 लाख व्हीकल्स रजिस्टर्ड किए गए हैं। रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होगा।
रानिल विक्रमसिंघे की पद संभालने के बाद पहली अपील
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कल(20 जुलाई) को संसद में सभी दलों से लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक नई रणनीति पर एक साथ काम करने के लिए आमंत्रित किया। राष्ट्रपति चुने जाने के तुरंत बाद सदन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने सांसदों से मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा-“लोग पुरानी राजनीति के बारे में नहीं पूछ रहे हैं। मैं विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा, पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे और मैत्रीपाला सिरिसेना सहित अन्य विपक्षी दलों से एक साथ काम करने का अनुरोध करता हूं। हम पिछले 48 घंटों से अलग-अलग थे। वह अवधि अब समाप्त हो गई है। हमें अब एक साथ काम करना होगा।मुझे इस संसद में 45 साल का अनुभव है। इस संसद द्वारा मुझे दिए गए इस सम्मान के लिए मैं आभारी हूं। आज देश में मौजूदा स्थिति को और स्पष्ट करने की आवश्यकता नहीं है। युवा व्यवस्था में बदलाव की मांग कर रहे हैं। कई वैश्विक समस्याएं भी हैं, जिनका प्रभाव इस राष्ट्र पर पड़ रहा है। लोग हमसे मिलकर काम करने की मांग करते हैं। ”
कुछ दिनों में 20-25 मेंबर्स मंत्रिमंडल में नियुक्त होंगे
डेली मिरर के मुताबिक, राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के नेतृत्व में काम करने के लिए अगले कुछ दिनों में 20-25 सदस्यों का एक मंत्रिमंडल नियुक्त किया जाएगा। सरकार में बहुत सारे युवा सांसदों को जिम्मेदारियां दी जा सकती है। जब तक विपक्ष का कोई नेता प्रीमियर स्वीकार करने को तैयार नहीं होगा, तब तक सांसद दिनेश गुणवर्धने को प्रस्ताव दिया जाएगा, जिन्होंने गुप्त मतदान में विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया था। संविधान के अनुसार, मंत्रिमंडल का आकार 30 से अधिक नहीं हो सकता। नई सरकार आगामी सीजन में किसानों के लिए ईंधन और रसोई गैस की आपूर्ति और उर्वरक की आपूर्ति को सामान्य करने की योजना बना रही है। साथ ही सरकार से मौजूदा आर्थिक संकट से उबरने के लिए वित्तीय सहायता सुरक्षित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की उम्मीद है।
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