सार

Mehul Choksi Arrest: 12,636 करोड़ के PNB घोटाले में आरोपी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में पकड़ा गया। जानिए कैसे वह एंटीगुआ से डोमिनिका और अब बेल्जियम तक पहुंचा। कौन है बारबरा जाबरिका? क्यों भारत उसे वापस लाने में जुटा है।

Mehul Choksi Arrest: पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) के 12,636 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी और हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) एक बार फिर सुर्खियों में है। चोकसी को बेल्जियम (Belgium) में शनिवार को गिरफ्तार किया गया। यह अरेस्ट उस समय हुआ जब वह कथित तौर पर स्विट्ज़रलैंड भागने की कोशिश कर रहा था। बताया जा रहा है कि भारतीय एजेंसियों ने बेल्जियम को सारा इनपुट शेयर किया और आवश्यक डॉक्यूमेंट्स भी उपलब्ध कराए ताकि उसे अरेस्ट किया जा सके। हालांकि, उसकी गिरफ्तारी के बाद एक नाम फिर सुर्खियों में आया है, वह है बारबरा जकारिका का। बारबरा को लेकर अभी भी मेहुल सही जानकारी नहीं दे रहा है।

बारबरा, रहस्यमयी गिरफ्तारी और 'हनीट्रैप' का दावा

चोकसी जनवरी 2018 में भारत से फरार होकर एंटीगुआ (Antigua) पहुंचा, जहां उसने निवेश के जरिए नागरिकता ली थी। मई 2021 में वह डोमिनिका (Dominica) में पकड़ा गया, जहां उसने आरोप लगाया कि भारतीय एजेंटों ने उसे जबरन अगवा कर वहां लाया। उसने दावा किया कि उसे पीटा गया और नाव में बिठाकर ले जाया गया।

इस कथित अपहरण कांड में एक महिला का नाम सामने आया। यह महिला हंगरी की नागरिक बतायी जा रही है जिसका नाम बारबरा जाबारिका (Barbara Jabarika) था। चोकसी की पत्नी प्रीति ने आरोप लगाया कि यह एक सोची-समझी 'हनीट्रैप' साजिश थी। लेकिन बारबरा ने उल्टा चोकसी पर ही सवाल उठाए और कहा कि चोकसी ने खुद को 'राज' के नाम से पेश किया और उनसे दोस्ती की।

इंटरपोल रेड नोटिस हटाया गया, भारत की कोशिशें फिर भी जारी

डोमिनिका में 51 दिन जेल में बिताने के बाद चोकसी को ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से राहत मिली और वह एंटीगुआ लौट गया जिससे भारत की प्रत्यर्पण कोशिश को झटका लगा। मार्च 2023 में इंटरपोल (Interpol) ने चोकसी के खिलाफ जारी रेड नोटिस (Red Notice) हटा लिया लेकिन सीबीआई (CBI) ने साफ किया कि रेड नोटिस प्रत्यर्पण की पूर्वशर्त नहीं है।

बेल्जियम में इलाज का दावा लेकिन दस्तावेज निकले फर्जी

फरवरी 2024 में मुंबई की अदालत में चोकसी के वकील ने दावा किया कि वह बेल्जियम में ब्लड कैंसर (Blood Cancer) का इलाज करवा रहा है इसलिए भारत लौटना संभव नहीं। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक चोकसी ने बेल्जियम में फर्जी दस्तावेज जमा कर रेजिडेंसी कार्ड लेने की कोशिश की और भारत व एंटीगुआ की नागरिकता छिपाई।

वकील का बयान: 'स्विट्ज़रलैंड में इलाज जारी रखना चाहते हैं'

चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि वे बेल्जियम में स्वास्थ्य के आधार पर राहत मांगने के लिए याचिका दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि मेहुल चोकसी फिलहाल भागने की स्थिति में नहीं है। भारत आने पर उसके साथ अमानवीय व्यवहार हो सकता है। वह सिर्फ अपनी सुरक्षा चाहता है।