भारत और यूके ने मुक्त व्यापार समझौता पर साइन कर दिया है। इससे दोनों देशों का आपसी व्यापार बढ़ेगा। भारत के 99 फीसदी सामानों पर यूके में जीरो टैरिफ लगेगा।
India UK FTA: भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) हो गया है। दोनों देशों ने गुरुवार को इसपर साइन किया। इससे पहले यूके की यात्रा पर गए पीएम नरेंद्र मोदी लंदन में अपने ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टारमर मिले। नरेंद्र मोदी और कीर स्टारमर की मौजूदगी में FTA पर साइन किया गया। 2020 में यूरोपियन यूनियन से अलग होने के बाद ब्रिटेन ने भारत के साथ FTA के रूप में सबसे बड़ा समझौता किया है।
भारत-यूके FTA से बढ़ेगा कारोबार
भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौता होने से दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़ेगा। उम्मीद की जा रही है कि FTA से भारत और यूके का व्यापार हर साल 34 बिलियन डॉलर (2.93 लाख करोड़ रुपए) बढ़ेगा। भारत के 99 फीसदी सामानों पर यूके में टैरिफ नहीं लगेगा। इससे ब्रिटिश बाजार में भारतीय सामानों को बेहतर पहुंच मिलेगी। बदले में भारत यूके से आयात होने वाले सामानों पर टैरिफ घटाएगा।
पीयूष गोयल और जोनाथन रेनॉल्ड्स ने किया FTA पर साइन
FTA पर भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार एवं वाणिज्य मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने साइन किया। प्रधानमंत्री मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टारमर के बीच लंदन में हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद इस समझौते पर साइन किए गए।
यूके के पीएम कीर स्टार्मर ने एफटीए को बताया ऐतिहासिक समझौता
X पर पोस्ट कर कीर स्टार्मर ने एफटीए को "ऐतिहासिक समझौता" बताया। कहा कि यह समझौता ब्रिटेन में रोजगार और व्यावसायिक अवसरों का सृजन बढ़ाएगा। उन्होंने लिखा, "भारत के साथ एक ऐतिहासिक समझौते का मतलब है ब्रिटेन में रोजगार, निवेश और विकास। यह हजारों ब्रिटिश रोजगार पैदा करता है, व्यवसायों के लिए नए अवसर खोलता है और कामकाजी लोगों की जेब में पैसा डालता है।"
इंडिया-यूके एफटीए की 8 खास बातें
1- FTA का विजन भारत और यूके के बीच होने वाले व्यापार को दोगुना करना और दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।
2- 2030 तक भारत और यूके के बीच होने वाले व्यापार को बढ़ाकर 100 बिलियन डॉलर (8.63 लाख करोड़ रुपए) करने का लक्ष्य है।
3- यूके में भारत से आयात होने वाले कपड़ा, चमड़े के सामान, रत्न-आभूषण जैसे वस्तुओं पर आयात शुल्क नहीं लिया जाएगा। इससे इनके दाम नहीं बढ़ेंगे। यूके को भारत का निर्यात बढ़ेगा।
4- भारत चिकित्सा उपकरणों और शराब सहित 90% ब्रिटिश उत्पादों पर टैरिफ कम कर देगा या हटा देगा।
5- यूके से आयात होने वाली शराब की कीमत घटेगी। रोल्स रॉयस और बेंटले जैसी ब्रिटिश ब्रांड की कारें भारत में सस्ती होंगी।
6- FTA से भारत के कपड़ा, परिधान, जूते, समुद्री उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, ऑटो पार्ट्स, इंजीनियरिंग सामान और आईटी एवं वित्तीय सेवाएं जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा।
7- FTA से यूके के स्कॉच व्हिस्की, पेय पदार्थ, ऑटोमोटिव, चिकित्सा उपकरण, मेडिकल टेक्नोलॉजी, क्लीन एनर्जी, वित्तीय और व्यावसायिक सेवाएं जैसे उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
8- भारत के आईटी, व्यावसायिक सेवाओं और दूरसंचार सेवाओं को यूके में बेहतर बाजार मिलेगा।