सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे हैं। एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत हुआ। गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मॉरीशस के पीएम रामगुलाम ने गले में फूलों की माला पहनाकर नरेंद्र मोदी का स्वागत किया।
Narendra Modi Mauritius Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर मॉरीशस पहुंच गए हैं। पोर्ट लुइस एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। नरेंद्र मोदी सुबह 6 बजे (स्थानीय समय अनुसार) पहुंचे। उन्हें मॉरीशस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
सुबह का समय होने के बाद भी मॉरीशस की सरकार के शीर्ष अधिकारी नरेंद्र मोदी का स्वागत करने एयरपोर्ट पहुंचे थे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने फूलों की माला पहनाकर नरेंद्र मोदी का अपने देश में स्वागत किया। दोनों नेता गले मिले।
रामगुलाम के साथ मॉरीशस के उप प्रधानमंत्री, मॉरीशस के मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री, कैबिनेट सचिव, ग्रैंड पोर्ट जिला परिषद के अध्यक्ष और कई अन्य लोग नरेंद्र मोदी का स्वागत करने आए थे।
पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर 200 गणमान्य लोग मौजूद थे। इनमें सांसद, विधायक, राजनयिक दल के नेता और धार्मिक नेता शामिल थे।
दो दिन की यात्रा पर मॉरीशस गए हैं नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम से मुलाकात करेंगे। मोदी दो दिन की यात्रा पर मॉरीशस गए हैं। आज प्रधानमंत्री शिवसागर रामगुलाम बॉटनिकल गार्डन जाएंगे और अनिरुद्ध जगन्नाथ को श्रद्धांजलि देंगे। पीएम यहां एक पौधा लगाएंगे।
इसके बाद नरेंद्र मोदी मॉरीशस के राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल से मुलाकात करेंगे। पीएम आज शाम एक सामुदायिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस अवसर पर मॉरीशस में रहने वाले भारतीय मूल के बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के पीएम रामगुलाम से मुलाकात करेंगे।
प्रधानमंत्री बुधवार को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस यात्रा के दौरान भारत और मॉरीशस के बीच समुद्री सुरक्षा, क्षमता निर्माण और व्यापार के क्षेत्रों में कई समझौते होने की उम्मीद है।
पारंपरिक गीत गावई से हुआ नरेंद्र मोदी का स्वागत
मॉरीशस में महिलाओं ने पारंपरिक गीत गावई से नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। गावई पारंपरिक भोजपुरी गीत है। इसे भोजपुर क्षेत्र की महिलाएं गाती हैं। यह मॉरीशस की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है। इसके सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए दिसंबर 2016 में यूनेस्को ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया था।