सार

Balochistan : बलूच लिबरेशन आर्मी ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया है। ये आर्मी जिस बलूचिस्तान से आती है, वह पाकिस्तान के लिए सोने की खान से कम नहीं है। यह इलाके को कुदरत ने बेहद खूबसूरत और संपन्न बनाया है।

Balochistan Facts : पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने मंगलवार, 11 मार्च को जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक (Pakistan Train Hijack) कर लिया है। बीएलए का दावा है कि उसने 182 पैसेंजर्स को बंधक बनाया है। इससे पहले करीब 120 यात्रियों के बंधक बनाए जाने की खबर थी। BLA ने बयान में बताया है कि अब तक 11 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं। पूरी ट्रेन पर बीएलए लड़ाकों का कंट्रोल है। बता दें कि बलूच आर्मी, जिस बलूचिस्तान से आती है, वह पूरा इलाका पाकिस्तान के लिए सोने की खान से कम नहीं है। यही कारण है कि पाक सरकार इस इलाके की आजादी का विरोध करती आ रही है। वहीं, बलूच लिबरेशन आर्मी इस प्रांत को आजाद कराना चाहती है। आइए जानते हैं बलूचिस्तान क्यों इतना खास है, इसका इतिहास क्या है...

बलूचिस्तान कहां है 

बलूचिस्तान पाकिस्तान (Pakistan) का पश्चिमी प्रांत है। यह इलाका ईरान और अफगानिस्तान के सटे हुए क्षेत्रों में बंटा है। इसकी राजधानी क्वेटा है। बलूचिस्तान हिंसा और दमन की आग में झुलस रहा है। इसका जिम्मेदार पाकिस्तान भारत को बताता आ रहा है लेकिन सच यह है कि बलूचिस्तान कभी भी पूरी तरह पाकिस्तानी सरकार के कब्जे में नहीं रहा। इस इलाके में कबिलाई सरदारों का ही एकतरफा कानून चलता है।

पाकिस्तान के लिए क्यों खास है बलूचिस्तान 

बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, जो इसके भौगोलिक क्षेत्र का करीब 44% हिस्सा है। बलूच के लोग लंबे समय से पाकिस्तान से अलग होने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि बलूचिस्तानी को एक अलग देश ही बनाया जाए। उनका आरोप है कि पाकिस्तान ने उनके साथ हमेशा ही भेदभाव किया है। बलूच लोगों की एक अलग संस्कृति भी है, जो उन्हें पाकिस्तान के बाकी हिस्सों से अलग करती है। बलूच लोगों की संस्कृति उन्हें ईरान के सिस्तान प्रांत में सीमा पार रहने वाले लोगों के ज्यादा करीब करती है। भारत पर ब्रिटिश शासन के दौरान यह इलाका ईरान और आधुनिक पाकिस्तान के बीच बंट गया।

पाकिस्तान के लिए सोने की खान है बलूचिस्तान 

बलूचिस्तान पाकिस्तान के लिए काफी ज्यादा महत्व रखता है। यह पाकिस्तान के राजस्व के प्राथमिक स्रोतों में शामिल है लेकिन अभी भी सबसे कम विकसित इलाका है। इस इलाके में गैस, यूरेनियम, सोना, तांबा और अन्य धातुओं का विशाल भंडार है। यहां के गैस भंडारों से आधे पाकिस्तान की जरूरतें पूरी होती हैं। मध्य एशिया में प्रवेश के लिए चीन ने जो ग्वादर पोर्ट बनाया, वह यही है। ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन भी इसी इलाके से गुजरती है। बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर ही नहीं बेहद खूबसूरत भी है। जिससे पता चलता है कि पाकिस्तान ही नहीं चीन भी इस इलाके में खास दिलचस्पी रखता है।