कराची की मलीर जेल से भूकंप के दौरान 200 से ज़्यादा कैदी फरार हो गए। पुलिस फायरिंग में एक कैदी की मौत हो गई, बाकियों की तलाश जारी है।
Pakistan: पाकिस्तान के कराची के मलीर जेल से 200 से अधिक कैदी भाग निकले हैं। यह घटना भूकंप आने से मची अफरातफरी के दौरान घटी। कैदियों को रोकने के लिए पुलिस ने गोलीबारी भी की। गोली लगने से एक कैदी की मौत हो गई है। भागे हुए कैदियों की तलाश चल रही है।
इस घटना ने सदियों पुरानी कहावत "आपदा में अवसर" का उदाहरण है। भूकंप के चलते जेल में अफरा-तफरी मची थी। कैदी और सुरक्षाकर्मी जान बचाने की कोशिश में इधर-उधर भाग रहे थे। कुछ कैदियों ने इस आपदा को अवसर के रूप में देखा और तमाम सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर भाग निकले।
घटना सोमवार रात की है। पूर्वी कराची में भूकंप आने से धरती हिली तो मलीर जेल की सुरक्षा भी हिल गई। इस जेल में बड़ी संख्या में कैदी बंद हैं। इनपर नशीली दवाओं से संबंधित अपराध के आरोप हैं। कई कैदी मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जूझ रहे हैं।
अफरातफरी में पर एक कैदी की मौत
जेल अधीक्षक अरशद शाह ने जियो टीवी को बताया कि भूकंप आने पर जेल अधिकारी निकासी अभियान चला रहे थे। इस दौरान "कम से कम 216 कैदी भाग गए।" अफरातफरी में पर एक कैदी की मौत हो गई। जेल कर्मचारियों सहित कुछ अन्य घायल हो गए।
द डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में मलीर जेल के पास के इलाकों से कथित तौर पर भारी गोलीबारी की आवाजें आईं। अन्य फुटेज में कैदियों को पास की सड़कों पर भागते हुए दिखाया गया है।
बैरकों से बाहर थे 600 से अधिक कैदी
जेल अधीक्षक शाह ने कहा कि भूकंप के दौरान एहतियात के तौर पर सर्किल 4 और 5 के कैदियों को उनके बैरकों से बाहर निकाले जाने के बाद जेल से भागने की घटना हुई। उस समय 600 से अधिक कैदी अपनी बैरकों से बाहर थे। इस अफरा-तफरी में 216 कैदी भागने में सफल रहे। अभी भी 135 से अधिक कैदी फरार हैं। इनकी तलाश चल रही है।
जियो टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार सिंध के गृह मंत्री जिया-उल-हसन लंजर ने कहा कि भागने की घटना तब हुई जब निकासी के दौरान 700 से 1,000 कैदी मुख्य द्वार के पास एकत्र हुए। अराजकता के बीच कैदी जबरन गेट खोलने और भागने में सफल रहे।