Hindu minister attacked in Pakistan: पाकिस्तान के सिंध में हिंदू मंत्री खेल दास कोहिस्तानी पर भीड़ ने हमला किया है। कोहिस्तानी धार्मिक मामलों के राज्य मंत्री हैं। उनपर सरकार की सिंचाई नहर परियोजनाओं का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने हमला बोला। भीड़ में शामिल लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तभी मंत्री का काफिला गुजरा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उनपर आलू और टमाटर फेंके।
कोहिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री हैं। उनपर सिंध के थट्टा जिले में हमला हुआ। मंत्री को नुकसान नहीं पहुंचा है। सिंध प्रांत में अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं की अच्छी खासी आबादी है।
पीएम शहबाज शरीफ ने कोहिस्तानी पर हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने घटना की जांच कराने का आश्वासन दिया है। शहबाज शरीफ ने कहा, "जन प्रतिनिधियों पर हमला अस्वीकार्य है। घटना में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी।"
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर होते रहे हैं हमले
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं पर हमले होते रहे हैं। पाकिस्तान दूसरे देशों को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर उपदेश देने की कोशिश करता है। जबकि सच्चाई यह है कि इस मामले में उसका अपना रिकॉर्ड बेहद खराब है। पाकिस्तान से समय-समय पर हिंदुओं और ईसाइयों सहित अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा की खबर आती है। शुक्रवार को एक अहमदिया मुसलमान को धार्मिक जगह पर नमाज पढ़ने के चलते भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।
क्यों हुआ हिंदू मंत्री पर हमला?
कोहिस्तानी पर उस समय हमला किया गया जब लोगों का एक समूह केंद्र सरकार की सिंचाई नहर परियोजनाओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार नहर बनाकर सिंध का पानी दूसरे राज्य में ले जाना चाहती है। इससे सिंध में सिंचाई के लिए पानी की कमी हो जाएगी।
कोहिस्तानी सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सदस्य हैं। उन्हें अपनी पार्टी की सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों की नारेबाजी का सामना करना पड़ा। केंद्र सरकार ने ग्रीन पाकिस्तान पहल के तहत चोलिस्तान क्षेत्र की भूमि की सिंचाई के लिए पंजाब प्रांत में छह नहरों के निर्माण के प्रस्ताव की घोषणा की है। इस परियोजना को सेना, केंद्र सरकार और पंजाब सरकार का समर्थन प्राप्त है।
हालांकि सिंध की कई पार्टियां और राष्ट्रवादी समूह इसके खिलाफ हैं। वे प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस परियोजना से नदी के निचले इलाके की ओर बहने वाला पानी कम होगा। इससे इन क्षेत्रों में सिंचाई के लिए पानी की कमी हो जाएगी। केंद्रीय सूचना मंत्री अत्ता तरार ने सिंध के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) गुलाम नबी मेमन से कोहिस्तानी पर हमले को लेकर जानकारी मांगी है। उन्होंने केंद्र सरकार के आंतरिक सचिव से रिपोर्ट मांगी है।
सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। सीएम ने हैदराबाद क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक को घटना में शामिल हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार करने और इस संबंध में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
कोहिस्तानी सिंध के जामशोरो जिले से हैं। वह पहली बार 2018 में पीएमएल-एन के टिकट पर सांसद चुने गए थे। पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्हें 2024 में फिर से चुना गया।