सार
Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित कर दी है, जिससे पाकिस्तान भड़क गया है और इसे 'जल युद्ध' बता रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि पानी पर उसका हक़ है और वो कानूनी लड़ाई लड़ेगा।
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित कर दिया है। इससे पाकिस्तान बौखला गया है। उसने दावा किया है कि पानी की हर बूंद हमारी है।
पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को "जल युद्ध" करार दिया है। कहा है कि यह अवैध कदम है, इसे चुनौती दी जाएगी। पाकिस्तान ने कहा कि भारत एकतरफा तरीके से इस संधि से नहीं हट सकता। इसमें वर्ल्ड बैंक जैसा ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन शामिल है।
पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री अवैस लेघारी ने X पर पोस्ट किया, "भारत द्वारा सिंधु जल संधि को लापरवाही से स्थगित करना जल युद्ध है। यह कायरतापूर्ण और अवैध कदम है। हर बूंद हमारा अधिकार है। हम इसकी पूरी ताकत से कानूनी, राजनीतिक और वैश्विक रूप से रक्षा करेंगे।"
पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान की टॉप सुरक्षा संस्था राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) ने भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कदमों का आकलन करने के लिए बैठक की है।
TRF ने ली है पहलगाम हमले की जिम्मेदारी
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोग मारे गए। इनमें अधिकतर पर्यटक थे। पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा TRF (The Resistance Front) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कठोर कदम उठाए हैं।
केंद्र सरकार ने दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग से राजनयिकों और रक्षा अधिकारियों को निष्कासित करने, वाघा-अटारी सीमा बंद करने और सार्क वीजा छूट योजना वीजा (SVES) रद्द करने का निर्णय लिया है।
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि 1960 में हुई थी। विश्व बैंक ने इसकी मध्यस्थता की थी। इसके अनुसार सिंधु नदी प्रणाली से 80% जल प्रवाह पाकिस्तान को मिलता है। संधि स्थगित करने पर भारत इस पानी का इस्तेमाल कर सकता है। पानी कम होने से पाकिस्तान का कृषि क्षेत्र प्रभावित होगा।