सार
बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा के समुद्र में तैरकर जीवन की खोज के लिए इन रोबोट का इस्तेमाल किया जाएगा।
कैलिफ़ोर्निया: मोबाइल फ़ोन के आकार के अंडरवाटर रोबोट! वो भी लाखों किलोमीटर दूर यूरोपा उपग्रह के समुद्र में गोता लगाने के लिए। इन छोटे रोबोट के साथ नासा एक अनोखे प्रयोग की तैयारी कर रहा है। ये अंडरवाटर रोबोट अभी परीक्षण के दौर में हैं।
पांच इंच का आकार
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने तैरने वाले रोबोट विकसित किए हैं। इन्हें SWIM नाम दिया गया है। इनका पूरा नाम सेंसिंग विद इंडिपेंडेंट माइक्रोस्विमर्स (Sensing With Independent Microswimmers) है। दूसरे ग्रहों पर भेजने से पहले, नासा की रोबोटिक मिशनों के लिए जिम्मेदार जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) इन तैरने वाले रोबोट का परीक्षण कैलिफ़ोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एक पूल में कर रही है। पूल में परीक्षणाधीन रोबोट का आकार सिर्फ़ 16.5 इंच यानी 42 सेंटीमीटर है। योजना है कि इनका आकार घटाकर 5 इंच यानी 12 सेंटीमीटर कर दिया जाए। तब ये रोबोट एक स्मार्टफोन जितने छोटे हो जाएँगे।
लक्ष्य यूरोपा
नासा इन रोबोट को बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा पर खोज के लिए डिज़ाइन कर रहा है। इन रोबोट का काम यूरोपा के जमे हुए पानी के नीचे जीवन के संकेत ढूँढना है। JPL के वैज्ञानिकों का कहना है कि इन रोबोट को ऐसे उपकरण के रूप में डिज़ाइन किया गया है जो दूसरे ग्रहों पर जीवन के संकेत देने वाले रासायनिक और ताप संकेतों को पकड़ सकें। इन रोबोट में पानी के नीचे वायरलेस संचार के लिए उपकरण भी होंगे।
अंडरवाटर रोबोट क्यों?
'लोग कभी-कभी पूछते हैं कि नासा अंतरिक्ष खोज के लिए अंडरवाटर रोबोट क्यों बना रहा है। सौर मंडल में ऐसी जगहें हैं जहाँ हमें जीवन की तलाश में जाना होगा। हमें पता है कि जीवन के लिए पानी ज़रूरी है, इसलिए हम अंडरवाटर रोबोट बना रहे हैं। हमें ऐसे रोबोट चाहिए जो पृथ्वी से करोड़ों मील दूर जाकर पानी में खोज कर सकें।' - जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के प्रमुख अन्वेषक एथन शेल्लर के शब्द।