अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमले के बाद मुस्लिम देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सऊदी अरब, ओमान, पाकिस्तान और इराक ने हमले की निंदा की है। ईरान ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है।

Iran Israel War Muslim World Reaction: अमेरिका ने भारतीय समयानुसार रविवार सुबह साढ़े 4 बजे ईरान पर बंकर बस्टर बम से हमला किया। इस हमले में ईरान के तीन सबसे बड़े परमाणु संयंत्रों नतांज, फोर्डो और इस्फहान में भारी तबाही मची है। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अब ईरान को शांति का रास्ता ढूंढना चाहिए, वरना उस पर अभी और हमले होंगे। अमेरिका के इस हमले से मुस्लिम वर्ल्ड में खासी नाराजगी है। पाकिस्तान से सऊदी अरब तक तमाम इस्लामिक देशों ने हमले पर प्रतिक्रिया दी है। जानते हैं, कौन क्या बोला?

1- सऊदी अरब

सऊदी अरब ने ईरान पर अमेरिकी हमले को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा- अमेरिका का हमला ईरानी संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। सुन्नी बहुल सऊदी अरब भले ही शिया आबादी वाले ईरान का प्रतिद्वन्द्वी रहा है, लेकिन इस हमले से वो खासा नाराज है।

2- ओमान

ईरान पर अमेरिकी हमलों की निंदा करते हुए एक और मुस्लिम कंट्री ओमान ने इसे अवैध आक्रमण बताया है। साथ ही कहा कि ईरान को अपनी संप्रभुता की रक्षा करने का पूरा अधिकार है।

3- पाकिस्तान

पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ वॉशिंगटन में लंच किया था। दोनों की मुलाकात काफी चर्चा में रही थी। यहां तक कि खुद ईरान ने इस पर नाराजगी जताई थी। वहीं, अब पाकिस्तान ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से आए बयान में कहा गया कि ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला वाकई चिंता बढ़ाने वाला है। ये पूरे मिडिल-ईस्ट में स्थिरता का संकट पैदा कर सकता है। हम ईरान के साथ एकजुटता दिखाते हुए सक्षी पक्षों से शांति की अपील करते हैं।

4- इराक

ईरान के पड़ोसी मुल्क इराक ने भी मिडिल-ईस्ट में अमेरिकी दखलंदाजी का विरोध किया है। इराक ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान में परमाणु ठिकानों को निशाना बनाना गलत है और हम इसकी निंदा करते हैं। अमेरिकी हमले से इस इलाके में शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है

ईरान ने हमलों को बताया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन

बता दें कि इससे पहले ईरान ने अमेरिकी हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताते हुए कहा-अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का परमानेंट मेंबर है और उसने ईरान पर हमला कर UN चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और परमाणु अप्रसार संधि का गंभीर उल्लंघन किया है। ईरान ने कहा है कि अब उसके पास भी पलटवार के सभी ऑप्शन खुले हुए हैं।