LeT Senior commander death: कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के वरिष्ठ कमांडर अब्दुल रहमान मक्की की मौत हो गई है। मक्की की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। पाकिस्तान के लाहौर में उसे दिल का दौरा पड़ा और उसने दम तोड़ दिया। मक्की, भारत में लाल किला हमला और 26/11 मुंबई हमले का वांटेड आंतकवादी था। वह काफी दिनों से बीमार चल रहा था। हाई शुगर और ब्लड प्रेशर का वह काफी दिनों से इलाज करा रहा था।

हाफिज सईद का बहनोई था मक्की

अब्दुल रहमान मक्की जमात-उद-दावा (JuD) का दूसरा सबसे बड़ा कमांडर है जो एक पाकिस्तानी धार्मिक-कल्याणकारी-आतंकवादी राजनीतिक संगठन है। वह घातक आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का नायब अमीर है। वह हाफिज मुहम्मद सईद (भारत का सबसे वांछित आतंकवादी) का चचेरा भाई और बहनोई है।

जमात-उद-दावा ने की मौत की पुष्टि

मक्की की मौत की उसके संगठन जमात-उद-दावा ने पुष्टि की है। जमात-उद-दावा (JuD) के एक अधिकारी ने बताया: आज सुबह मक्की को दिल का दौरा पड़ा और उसने अस्पताल में अंतिम सांस ली।

 

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संयुक्त राष्ट्र ने घोषित किया था ग्लोबल टेररिस्ट

2020 में एक एंटी-टेररिस्ट कोर्ट ने मक्की को टेरर फंडिंग के लिए छह महीने की कैद की सज़ा सुनाई थी। अपनी सज़ा के बाद वह सार्वजनिक रूप से सामने आने से बचता रहा और बेहद लो प्रोफाइल में रहा। जनवरी 2023 में UNSC ने अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट्स की लिस्ट में डाला था। उसके संयुक्त राष्ट्र द्वारा ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने के बाद उसकी संपत्ति ज़ब्त की कार्रवाई के अलावा ट्रेवल बैन और आर्म्स बैन किया गया। मक्की पर आरोप था कि JuD के संचालन की आड़ में धन जुटाने और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत में वह लाल किला हमला, मुंबई हमले में शामिल रहा। यहां भी से मोस्ट वांटेड घोषित किया जा चुका था। 

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