Imran Khan In Jail: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस वक्त रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। उन पर कई मामलों में आरोप लगे थे, जिनमें से अब सिर्फ गैर-कानूनी शादी और अल-कादिर ट्रस्ट से जुड़ा भ्रष्टाचार का मामला बचा है। इस भ्रष्टाचार केस में उन्हें 14 साल की सजा सुनाई गई है। अब इसी बीच एक मेडिकल रिपोर्ट वायरल हुई है, जिसने काफी विवाद खड़ा कर दिया है।

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ हुआ रेप?

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक मेडिकल रिपोर्ट वायरल हुई है, जिसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ जेल में दुष्कर्म हुआ है। यह रिपोर्ट रावलपिंडी के पाक एमिरेट्स हॉस्पिटल की बताई जा रही है। हालांकि इस रिपोर्ट की अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' और कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स ने इसे शेयर जरूर किया है लेकिन इस रिपोर्ट की सच्चाई को लेकर अभी भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

 

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क्या है इस फेक वायरल मेडिकल रिपोर्ट में?

इस कथित रिपोर्ट में इमरान अहमद खान नियाजी को मरीज बताया गया है और उसमें शारीरिक व यौन उत्पीड़न से जुड़ी चोटों का जिक्र है। रिपोर्ट में खराब स्वास्थ्य, गुप्तांगों में चोट, एनल फिशर और रक्तस्राव जैसी दिक्कतों का जिक्र किया गया है। इसमें ये भी दावा किया गया है कि जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का दुष्कर्म हुआ है।

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असली मेडिकल जांच में ऐसी कोई बात नहीं पाई गई

Inshorts की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह रिपोर्ट न तो किसी सरकारी या भरोसेमंद स्रोत से आई है और न ही इसके कोई पक्के सबूत हैं। अधिकारियों ने साफ कहा है कि इमरान खान की असली मेडिकल जांच में ऐसी कोई बात नहीं पाई गई है। साथ ही, जो रिपोर्ट वायरल हो रही है उसमें कहा गया है कि इसे रावलपिंडी के जनरल हेडक्वार्टर्स (GHQ) को भेजा गया है लेकिन यह बात पूरी तरह से गलत है।

 

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सोशल मीडिया पर किया दावा

सोशल मीडिया एक्स पर एक यूजर ने एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से जुड़ी एक झूठी मेडिकल रिपोर्ट शेयर की जिसमें दावा किया गया कि हिरासत में उनके साथ रेप हुआ है।" बता दें कि इस रिपोर्ट की तारीख 3 मई 2025 है, जबकि यह पोस्ट 2 मई 2025 को रात 8:43 बजे शेयर की गई थी। इसे देखकर साफ पता चल रहा है कि इस रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ी है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ये आरोप और डॉक्यूमेंट दोनों पूरी तरह से फर्जी हैं।