Iran Earthquake: ईरान में आए भूकंप से न्यूक्लियर टेस्ट की अटकलें तेज। जानिए क्या है इजरायल-ईरान संघर्ष से इसका संबंध और क्या कहते हैं भूकंप विशेषज्ञ।
Israel Iran Conflict: इजरायल और ईरान के बीच एक सप्ताह से अधिक समय से जंग चल रही है। दोनों देश एक दूसरे पर हवाई हमले कर रहे हैं। फाइटर जेट्स, मिसाइल और ड्रोन से अटैक किया जा रहा है। इस बीच 20 जून को ईरान की धरती डोली। इस घटना से कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं ईरान ने न्यूक्लियर टेस्ट तो नहीं कर दिया।
शुक्रवार को उत्तरी ईरान के सेमनान क्षेत्र में भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.1 थी। तस्नीम न्यूज एजेंसी के अनुसार, भूकंप सेमनान से 27 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में आया। भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई में आया था।
ईरान में आए भूकंप के चलते लग रहीं परमाणु परीक्षण की अटकलें
ईरान में आए भूकंप के बाद अटकलें लगाई जा रहीं है कि क्या तेहरान ने परमाणु हथियार टेस्ट किया है। परमाणु परीक्षण करने पर धमाके वाली जगह भूकंप आता है। भूकंप को लेकर चिंता इसलिए भी है क्योंकि यह ईरान के अंतरिक्ष और मिसाइल परिसर के करीब आया। कहा जाता है कि ईरान की सेना द्वारा संचालित सेमनान अंतरिक्ष केंद्र और सेमनान मिसाइल परिसर यहीं स्थित हैं।
भूकंप इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के बीच आया है। दोनों देशों के बीच चल रही लड़ाई का आज नौवां दिन है। ईरान और इजरायल ने शनिवार को फिर से एक दूसरे पर हमले किए।
ईरान में आते रहते हैं भूकंप के झटके
बता दें कि ईरान में भूकंप आना अनोखी बात नहीं है। यहां भूकंप के झटके आते रहते हैं। यह देश दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय देशों में से एक है। यह अल्पाइन-हिमालयी भूकंपीय बेल्ट के साथ स्थित है। इस क्षेत्र में अरब और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं। ईरान में आमतौर पर हर साल 2,100 भूकंप आते हैं। इनमें से 15 से 16 की तीव्रता 5.0 या उससे ज्यादा होती है। 2006 से 2015 के बीच ईरान में 96,000 भूकंप आए।
पता चल सकता है भूकंप धमाके के चलते आया या प्राकृतिक वजह से
परमाणु गतिविधियों के दौरान जमीन के नीचे विस्फोट करने पर भूकंप आ सकता है। भूकंपविज्ञानी भूकंपीय तरंगों का अध्ययन करके विस्फोटों और प्राकृतिक भूकंपों के बीच अंतर कर सकते हैं। ईरान के भूकंपीय डेटा से पता चलता है कि भूकंप एक प्राकृतिक घटना थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) और कॉम्प्रिहेंसिव न्यूक्लियर-टेस्ट-बैन ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (CTBTO) और स्वतंत्र भूकंपविज्ञानियों द्वारा किए गए विशेषज्ञ विश्लेषण ने परमाणु परीक्षणों या सैन्य प्रेरित भूकंपों के बारे में अटकलों को खारिज कर दिया है।