सार

गाजा में युद्धविराम के दूसरे चरण में हमास ने चार महिला सैनिकों को रिहा किया, जिसके बाद इज़राइल ने 200 फ़िलिस्तीनी कैदियों को आज़ाद किया। विस्थापित गाज़ा निवासी अपने तबाह घरों को देखकर मायूस हैं।

Israel Hamas Ceasefire: इजरायल-हमास सीज़फायर का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। दूसरे चरण में हमास ने बंधक चार महिला सैनिकों को रिलीज किया। इसके बाद इजरायल ने 200 फिलिस्तीनियों को रिहा किया। इज़राइली अधिकारियों ने बताया कि गाजा सीज़फायर समझौते के तहत 200 फ़िलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को रिहा कर दिया है। यह रिहाई हमास द्वारा शनिवार को गाजा में चार युवा इज़राइली महिला सैनिकों को रिहा करने के कुछ घंटों बाद हुई।

इजरायली सैन्य अधिकारियों ने बताया कि इज़राइल जेल सेवा ने एक रिपोर्ट दी है जिसमें कहा गया है कि शनिवार को रिहा होने वाले सभी 200 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भी सभी फिलिस्तीनी कैदियों को ओफ़र और कत्ज़िओट जेलों से रिहा कर दिया गया।

महिला सैनिकों को हमास ने किया था रिहा

हमास ने शनिवार को गाजा शहर में रेड क्रॉस को चार बंदी इज़राइली महिला सैनिकों को भीड़ के सामने परेड कराने के बाद सौंप दिया। इसके बाद इज़राइल ने गाजा पट्टी में नाजुक युद्धविराम के हिस्से के रूप में 200 फ़िलिस्तीनी कैदियों या बंदियों को रिहा कर दिया। इसके पहले, सीज़फायर के बाद पहला आदान-प्रदान रविवार को तीन इज़राइली बंधकों और 90 फ़िलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के साथ हुआ।

2023 से बंधक थे इजरायली

7 अक्टूबर 2023 को गाजा सीमा के पास हमास ने इजरायलियों को बंधक बनाया था। इन बंधकों में इजरायली सेना की लिरी अल्बाग, करीना एरिव, डेनिएला गिल्बोआ और नामा लेवी को गाजा सीमा के पास नाहल ओज सैन्य अड्डे से पकड़ा गया था।

मलबे में अपनों को खोजने की कोशिश...

युद्धविराम की घोषणा के बाद, लंबे समय से विस्थापित गाज़ा निवासियों ने घर लौटने की कोशिश की। लेकिन वहां उन्हें अपने घरों की जगह सिर्फ मलबा मिला। एक विस्थापित महिला थ्रिक क़ासिम ने बताया कि अगर हम लौटने का सोचते भी हैं तो यहां टेंट लगाने की भी जगह नहीं है क्योंकि सब कुछ तबाह हो चुका है। 

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