Gaza: खाने की लाइन में लगे थे लोग, भूखे पेट इजराइल ने ली 14 की जान
Israel-Hamas War Update: 19 महीने से चल रही इजराइल-हमास जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। गाजा के रफाह में इजराइली सेना की गोलीबारी में उस वक्त 14 लोग मारे गए, जब ये सभी खाने के लिए लाइन में लगे अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
- FB
- TW
- Linkdin
Follow Us
)
भूखे पेट मासूमों पर इजराइल की गोलीबारी
Gaza के रफाह में इजरायली गोलीबारी में 14 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई, जबकि 90 से ज्यादा घायल हैं। IDF ने ये गोलीबारी तब की, जब लोग खाने की लाइन में लगे थे।
खाने के लिए लाइन में लगे लोगों में मची चीख-पुकार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रफाह में लोगों को भोजन बांटने का काम चल रहा था। इजरायल और अमेरिका समर्थित संगठन लोगों को लाइन में लगाकर खाना बांट रहा था। इसी बीच, अचानक हुए हमले के बाद हर तरफ चीख-पुकार मच गई।
भुखमरी से जूझ रहे लोग पेट भरने के लिए लगे थे कतारों में
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 14 लोगों के मारे जाने की पुष्टिक करते हुए कहा- इजरायली सेना ने खाने के लिए लाइन में लगे मासूम लोगों को गोलियों से भून डाला। भुखमरी से जूझ रहे ये लोग अपना पेट भरने के लिए लाइन में लगे थे।
लाइन में लगे लोगों पर अचानक बरसने लगी गोलियां
नॉर्थ गाजा से विस्थापित शख्स मोहम्मद कबागा के मुताबिक, हम खाना लेने गए थे। इस पर उन्होंने लाइन लगाने को कहा। जब लोग कतार में थे, तभी उन पर गोलियां बरसने लगीं। मुझे भी गोली लगी, लेकिन मैं बच गया।
1 जून को भी खाने के लिए जुटी भीड़ पर हुआ था हमला
बता दें कि इससे पहले 1 जून को भी रफाह में भीड़ खाना पाने के लिए जुटी थी, तभी उनपर कुछ नकाबपोश लोगों ने फायरिंग कर दी थी। इस घटना में जिसमें 31 फिलिस्तीनी मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।
खाने के लिए लाइन में लगे 127 लोगों की अब तक हो चुकी मौत
भूखे लोगों पर हमले की घटना को लेकर संयुक्त राष्ट्र समेत दुनिया के कई संगठनों ने इसकी निंदा की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, खाना बांटने के दौरान अब तक करीब 127 लोगों की मौत हो चुकी है।
इजराइल-हमास के बीच लागू नहीं हो पा रहा सीजफायर
बता दें कि इजराइल-हमास के बीच पूरी तरह सीजफायर लागू नहीं हो पाया है। दरअसल, हमास और इजराइल दोनों ही अपनी-अपनी शर्तों पर इसे लागू करना चाहते हैं।
इजराइल-हमास जंग में अब तक 55000 से ज्यादा मौतें
इजराइल-हमास की जंग में अब तक 55000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं, जबकि 1.20 लाख लोग घायल हैं। गाजा की 70% से ज्यादा इमारतें पूरी तरह मलबे में तब्दील हो चुकी हैं।