Iran Israel Ceasefire 2025: ईरान-इज़राइल युद्धविराम के बाद Ayatollah Khamenei ने दी अमेरिका को खुली चेतावनी—'हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे'। Operation Midnight Hammer के जवाब में ईरान ने US Base पर किया हमला। जानिए क्या बोले ईरान के सर्वोच्च नेता। 

Iran Israel Ceasefire 2025: ईरान और इज़राइल के बीच युद्धविराम की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई (Ayatollah Ali Khamenei) ने अमेरिका को कड़ा संदेश दिया है। अपने पहले सार्वजनिक बयान में खामेनेई ने कहा कि ईरान कभी अमेरिका के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा। अगर भविष्य में कोई हुआ तो तो उसकी कीमत बहुत भारी होगी।

Operation Midnight Hammer के बाद US Base पर ईरान का पलटवार

अमेरिका ने बीते रविवार 'Operation Midnight Hammer' के तहत ईरान के तीन न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया था। इसके जवाब में ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी अल-उदीद एयरबेस (Al Udeid Air Base) को टारगेट किया। खामेनेई ने इस हमले को ईरान की रणनीतिक ताकत का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक के पास क्षेत्र में अमेरिका के मुख्य केंद्रों तक पहुंच है और जब चाहे हमला कर सकती है। यह सिर्फ एक बार की बात नहीं है, जरूरत पड़ने पर फिर से दोहराया जाएगा।

 

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'समर्पण नहीं, शक्ति का प्रदर्शन है हमारा जवाब'

खामेनेई ने अमेरिका की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे न्यूक्लियर प्रोग्राम या मिसाइलों की बात करते हैं लेकिन असली लक्ष्य है, ईरान का आत्मसमर्पण। ट्रंप ने खुद यह सच उजागर कर दिया कि अमेरिका तब तक शांत नहीं होगा जब तक ईरान पूरी तरह झुक न जाए। लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा।

‘अल-उदीद पर हमला, अमेरिका के चेहरे पर करारा तमाचा’

खामेनेई ने कहा कि हमने अल-उदीद बेस पर हमला करके अमेरिका के चेहरे पर करारा तमाचा जड़ा है। वे खुद को सुपरपावर कहते हैं लेकिन हमारे जवाब से कांप उठे।

 

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‘ज़ायोनी शासन को बचाने उतरा अमेरिका, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ’

अपने भाषण में खामेनेई ने कहा कि अमेरिका इस युद्ध में तब कूदा जब उसे लगा कि इज़राइल (Zionist Regime) पूरी तरह तबाह हो जाएगा। लेकिन इतने शोर-शराबे और दावों के बावजूद, ज़ायोनी शासन को हमने कुचल दिया।

 

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बंकर से निकले खामेनेई, X पर भी दिया कड़ा संदेश

इज़राइल के हमलों के चलते खामेनेई कुछ समय तक एक बंकर में सुरक्षित रखे गए थे। लेकिन जैसे ही संघर्ष थमा, उन्होंने टीवी और सोशल मीडिया पर दो टूक संदेश दिया। X पर उन्होंने लिखा: हमारी ताकत और एकता ही हमारी सबसे बड़ी ढाल है। यह जीत पूरे ईरान की है।

ट्रंप ने नहीं किया पलटवार, दिया ‘एग्ज़िट रैम्प’

ईरान द्वारा अल-उदीद बेस पर हमला करने से पहले अमेरिका को चेतावनी दी गई थी, ताकि किसी जानमाल का नुकसान न हो। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले के बाद कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की, जिससे क्षेत्रीय तनाव को कम करने का रास्ता निकला। कुछ घंटों बाद ट्रंप ने ऐलान किया कि इज़राइल और ईरान के बीच युद्धविराम हो चुका है।