सार

ताजिकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में पाकिस्तान द्वारा सिंधु जल समझौते पर उठाए गए मुद्दे पर भारत ने कड़ा जवाब दिया। भारत ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराया और समझौते की शर्तों पर पुनर्विचार की बात कही।

नई दिल्ली: ताजिकिस्तान में चल रही संयुक्त राष्ट्र की एक खास मीटिंग में सिंधु जल समझौते का मुद्दा उठाने पर भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ पर जमकर निशाना साधा। भारत ने कहा, 'सिंधु जल समझौते में रुकावट की वजह पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देना है, बेवजह दूसरों पर इल्ज़ाम लगाना बंद करें।'

शरीफ़ ने आरोप लगाया था कि सिंधु जल समझौते में रुकावट डालकर भारत पानी को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है। इस पर कड़ा जवाब देते हुए भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान बेवजह अंतरराष्ट्रीय मंच पर सिंधु जल समझौते का मुद्दा उठा रहा है। असंबंधित मुद्दे उठाकर पाकिस्तान इस मंच का दुरुपयोग कर रहा है। हम इस तरह की कोशिशों की कड़ी निंदा करते हैं।'

'इस समझौते की प्रस्तावना में ही लिखा है कि इसे सद्भावना और दोस्ती की भावना से बनाया गया है। इसलिए इस समझौते का सम्मान करना ज़रूरी है। लेकिन पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देकर इस समझौते का उल्लंघन कर रहा है।'

साथ ही, उन्होंने कहा कि इस समझौते के लागू होने के बाद कई बदलाव आए हैं। इसलिए समझौते की शर्तों पर फिर से विचार करने की ज़रूरत है। इसमें तकनीकी विकास, जनसंख्या परिवर्तन, जलवायु परिवर्तन और सीमा पार आतंकवाद भी शामिल है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर निबंध प्रतियोगिता

नई दिल्ली: पहलगाम नरसंहार करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादियों को सबक सिखाने के लिए भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्रालय ने निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया है। यह प्रतियोगिता 1 जून से 30 जून तक चलेगी। रविवार को जारी एक बयान में रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'प्रतियोगिता के पहले तीन विजेताओं को 10 हज़ार रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा।'

साथ ही, विजेताओं को 15 अगस्त को दिल्ली के लाल किले पर होने वाले 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने का खास मौका भी मिलेगा। ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत की नीति की नई परिभाषा पर रक्षा मंत्रालय या @mygovindia पर द्विभाषी निबंध प्रतियोगिता में इच्छुक लोग हिस्सा ले सकते हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एक व्यक्ति केवल एक बार ही अपनी रचना भेज सकता है, जिसे हिंदी या अंग्रेजी में लिखा जा सकता है।

1 जून से 30 जून तक द्विभाषी निबंध प्रतियोगिता

@mygovindia पर निबंध भेजें

पहले 3 विजेताओं को ₹10 हज़ार का इनाम