वर्ल्ड डेस्क। फिलिस्तीनी संगठन हमास ने समलैंगिक सेक्स संबंध बनाने के आरोप में अपने सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया है। इनमें से कुछ ने 7 अक्टूबर के नरसंहार के पुरुष इजरायली बंधकों के साथ रेप किया था। एक चौंकाने वाली रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है।
न्यूयॉर्क पोस्ट को इजरायली सेना ने दस्तावेज दिए हैं। इससे पता चला है कि हमास ने "समलैंगिक संबंध" और महिलाओं के साथ अवैध संबंधों से लेकर बाल शोषण के गंभीर आरोपों तक के मामले में सजा दी है। धार्मिक अपराध और व्यवहार संबंधी गलती करने वालों को भी हमास ने सजा दी है। एक डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि "वह लगातार ईश्वर को कोसता है" और "एक छोटे बच्चे का यौन उत्पीड़न करता है"। दूसरे दस्तावेज में कहा गया है कि "उसके फेसबुक पर रोमांटिक संबंध हैं। वह कभी प्रार्थना नहीं करता।
गाजा में अवैध है समलैंगिकता
बता दें कि गाजा में समलैंगिकता अवैध है। इसके चलते जेल या मौत की सजा हो सकती है। पूर्व हमास कमांडर महमूद इश्तवी को समलैंगिक गतिविधि के आरोपों के बाद 2016 में फांसी दी गई थी। धार्मिक अधिकारियों ने दस्तावेजों में लिखा है, "दो महिलाओं से विवाहित होते हुए भी घृणित तरीके से समलैंगिकता का अपराध करना... यह व्यभिचार से भी अधिक जघन्य है। इसे कुरान में एक से अधिक बार अश्लीलता बताया गया है। समलैंगिकता के लिए कम से कम सजा तो यही है कि उसे पत्थर मारकर मौत की सजा दी जाए"।
हमास के लड़ाकों ने पुरुष इजराइली बंधकों से किया था रेप
डॉक्यूमेंट्स के अनुसार इश्तिवी को लगभग एक साल की कैद और यातना के बाद सीने में तीन गोलियां मारी गईं। यातना में गाजा की जेलों में उसके अंगों को लंबे समय तक लटकाए रखना भी शामिल था। 7 अक्टूबर 2023 के हमलों के दौरान हमास के लड़ाकों ने पुरुष इजराइली बंधकों से रेप किया था।
यह भी पढ़ें- PoK में हमास-आतंकी गठजोड़? कश्मीर सम्मेलन में उठे सवाल
इजराइली नेसेट के एक करीबी सूत्र ने बताया कि हमास के प्रचार में इन घटनाओं का प्रचार नहीं किया गया। वन इजराइल फंड की शिक्षा निदेशक ईव हारो ने पोस्ट को बताया कि यह आंतरिक हिंसा हमास की अत्यधिक क्रूरता दिखाती है। उनके समाज में कोई भी व्यक्ति जो उनकी चरमपंथी विचारधारा के अनुरूप नहीं है उसे गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ता है। इसमें मौत की सजा भी शामिल है।