सार
कोरोना महामारी में वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो चुकी है। ब्रिटेन की 90 साल की महिला मार्गरेट कीनन फाइजर कोविड -19 वैक्सीन लेने वाली दुनिया की पहली महिला बन गई हैं। उन्होंने इंग्लैंड के कोवेंट्री में स्थानीय अस्पताल में सुबह 6.31 बजे वैक्सीन दी गई। मार्गरेट कीनन ज्वैलरी शॉप की पूर्व सहायक रही हैं। उन्हें यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल कोवेंट्री में वैक्सीन लगाई गई।
नई दिल्ली. कोरोना महामारी में वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो चुकी है। ब्रिटेन की 90 साल की महिला मार्गरेट कीनन फाइजर कोविड -19 वैक्सीन लेने वाली दुनिया की पहली महिला बन गई हैं। उन्होंने इंग्लैंड के कोवेंट्री में स्थानीय अस्पताल में सुबह 6.31 बजे वैक्सीन दी गई। मार्गरेट कीनन ज्वैलरी शॉप की पूर्व सहायक रही हैं। उन्हें यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल कोवेंट्री में वैक्सीन लगाई गई।
एक हफ्ते पहले ही कीनन का जन्मदिन था
एक हफ्ते पहले ही वे 91 साल की हुईं। ब्रिटेन ने मंगलवार को पॉइजर और बायोटेक द्वारा विकसित कोविड -19 वैक्सीन की शुरुआत की। कीनन ने कहा, मुझे लगता है कि कोविड -19 के खिलाफ वैक्सीन लगाने वाली पहली महिला होने का सौभाग्य मिला है। यह मेरे लिए जन्मदिन का सबसे अच्छा गिफ्ट है।
जिन्हें वायरस से खतरा, उन्हें पहले वैक्सीन
सबसे पहले कोरोनो वैक्सीन नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) पर फ्रंट-लाइन स्टाफ को दी जाएगी। वहीं जो लोग 80 साल से ज्यादा उम्र के हैं उन्हें भी प्राथमिकता दी जाएगी। जिन लोगों को वायरस से सबसे अधिक खतरा है, उन्हें शुरुआती चरणों में वैक्सीन दी जाएगी।
टीकाकरण कार्यक्रम में यह पहला कदम
नेशनल हेल्थ सर्विस के प्रमुख साइमन स्टीवंस ने कहा, आज देश के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम में पहला कदम है। काम पूरा करने में कुछ महीने लगेंगे क्योंकि तब अधिक वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।