मिशिगन झील में डूबे जहाज से 164 साल बाद मिली सोने की पॉकेट घड़ी वापस अपने मालिक के शहर बोस्टन पहुँच गई है। यह घड़ी ब्रिटिश पत्रकार हर्बर्ट इंग्राम की थी, जिनकी इसी हादसे में मौत हो गई थी।
लंदन: लेडी एल्गिन नाम का स्टीमशिप जब मिशिगन झील में डूबा था, तब जो सोने की पॉकेट घड़ी खो गई थी, वो 164 साल बाद उसके मालिक के शहर वापस आ गई है। ब्रिटिश पत्रकार और राजनेता हर्बर्ट इंग्राम की ये सोने की पॉकेट घड़ी डेढ़ सदी से भी ज़्यादा समय तक मिशिगन झील की तलहटी में रही, और अब इंग्लैंड में अपने असली शहर वापस आ गई है।
8 सितंबर, 1860 को, सैकड़ों यात्रियों के साथ लेडी एल्गिन नाम का स्टीमशिप मिशिगन झील से गुज़र रहा था। इलिनोइस के विनेटका के पास एक बड़े तूफ़ान में फंस गया। तूफ़ान के दौरान लेडी एल्गिन एक दूसरे जहाज से टकरा गया और मिशिगन झील में डूब गया। इस हादसे में हर्बर्ट इंग्राम और उनके बेटे समेत 300 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई। बचाव दल के पहुँचने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी। ये हादसा इस इलाके के सबसे बड़े समुद्री हादसों में से एक माना जाता है।
जहाज में सवार हर्बर्ट इंग्राम कोई आम यात्री नहीं थे। 'द लंदन इलस्ट्रेटेड न्यूज़' अखबार के संस्थापक होने के नाते वो उस समय के एक जाने-माने शख्स थे। तस्वीरों के साथ अखबार छापकर इंग्राम ने पत्रकारिता में एक नया दौर शुरू किया था। दुनिया का पहला चित्रों वाला अखबार उन्होंने ही शुरू किया था। साथ ही, वो सांसद भी थे।
19वीं सदी में ब्रिटिश राजनीति और मीडिया पर इंग्राम का ज़बरदस्त प्रभाव था। उनके कामों की वजह से उन्हें अपने शहर लिंकनशायर के बोस्टन में खूब नाम मिला। वहाँ उनकी याद में एक मूर्ति भी लगाई गई है। ये सोने की पॉकेट घड़ी सिर्फ़ एक घड़ी नहीं है, बल्कि ये इतिहास, यादों और महाद्वीपों को जोड़ने का प्रतीक है।
पॉकेट घड़ी कैसे वापस आई?
1992 में स्कूबा डाइवर्स लेडी एल्गिन के मलबे की जाँच कर रहे थे, जो लगभग एक मील के दायरे में फैला था। तभी उन्हें ये सोने की पॉकेट घड़ी मिली। मिशिगन शिपरेक रिसर्च एसोसिएशन की संस्थापक और समुद्री इतिहासकार वैलेरी वैन हीस्ट ने इस घड़ी को एक 'अनोखी खोज' बताया। इस घड़ी की एक और ख़ास बात थी। मिशिगन झील के ठंडे और कम ऑक्सीजन वाले पानी में भी ये घड़ी और उसका डिब्बा 160 साल से ज़्यादा समय तक लगभग सही सलामत रहा। इस तरह ये घड़ी इतिहास का एक क़ीमती हिस्सा बन गई।
हालांकि ये घड़ी अमेरिका में मिली थी, लेकिन 2025 के मई महीने तक इसे आम लोगों को नहीं दिखाया गया। फिर इसे एक इतिहासकार को रिसर्च के लिए दे दिया गया। जॉन वैन फ़्लीट ने घड़ी के ऐतिहासिक और भावनात्मक महत्व को समझा और इसे खरीदकर बोस्टन गिल्डहॉल म्यूज़ियम को दान कर दिया। म्यूज़ियम हर्बर्ट इंग्राम की याद में एक प्रदर्शनी लगाने वाला था, इसलिए ये तोहफ़ा उनके लिए बहुत मायने रखता था। इंग्राम के जीवन और उस भयानक हादसे के बारे में बताने वाली इस प्रदर्शनी में उनकी निजी चीज़ का होना एक ऐतिहासिक पल था।
न्यूयॉर्क पोस्ट की खबरों के मुताबिक, बोस्टन के लोगों ने 24 मई, 2025 को घड़ी की वापसी का जश्न मनाया। इस मौके पर इंग्राम के जीवन और विरासत को याद किया गया। काउंसलर सारा शार्प ने घड़ी की वापसी के भावनात्मक और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए इसे एक 'ख़ास और महत्वपूर्ण' घटना बताया। इंग्राम की कब्र और उनकी मूर्ति के पास कई कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों में उनकी उपलब्धियों और लेडी एल्गिन हादसे में हुई जान-माल की क्षति को याद किया गया।