सार
प बंगाल में 1 अप्रैल को दूसरे चरण के लिए 30 सीटों पर मतदान होना है। इससे पहले प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। ममता बनर्जी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, डीएमके नेता एमके स्टालिन, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक को पत्र लिखा है।
कोलकाता. प बंगाल में 1 अप्रैल को दूसरे चरण के लिए 30 सीटों पर मतदान होना है। इससे पहले प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। ममता बनर्जी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, डीएमके नेता एमके स्टालिन, समेत तमाम विपक्षी नेताओं को पत्र लिखा।
ममता ने विपक्षी नेताओं को लिखे इस पत्र में कहा, मुझे लगता है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ भाजपा के हमलों के खिलाफ एकजुट होकर प्रभावी ढंग से संघर्ष करने का समय आ गया है।
भाजपा पर लगाया राज्यपाल का दुरुपयोग करने का आरोप
ममता ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि अन्य पार्टियों के सत्ता वाले राज्य में भाजपा राज्यपाल के दफ्तर का दुरुपयोग करके चुनी हुई सरकार के खिलाफ समस्याएं पैदा करती है। ममता ने कहा, बंगाल जैसे राज्यों में राज्यपाल भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं ममता ने इस पत्र में हाल ही में संसद में पास हुए एनसीटी बिल का भी जिक्र किया।
- ममता ने कहा, पूरी दुनिया जानती है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने भाजपा को एक बार नहीं, बल्कि दो बार चुनाव में मात दी। अब भाजपा ने दिल्ली की जनता के जनादेश को ना मानकर मुख्यमंत्री से ऊपर उप राज्यपाल को करके शासन करने का फैसला किया है। एनजीटी एक्ट सीधे तौर पर भारत के संविधान और लोकतंत्र पर हमला है।
- ममता ने कहा, केंद्र सरकार जानबूझकर गैर भाजपाई सरकार वाले राज्यों में फंड को रोकता है, ताकि हमें अपनी कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में परेशानी हो।
- ममता ने कहा, कुल मिलाकर भारत की आजादी के बाद केंद्र और राज्य सरकारों और सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के बीच इतने खराब रिश्ते नहीं हुए, जो आज हैं।
ममता बनर्जी ने इन नेताओं को लिखा पत्र
ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सपा चीफ अखिलेश यादव, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी, फारुख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती को पत्र लिखा।