सार

अमेरिका की एक ग्रेट ग्रेट ग्रांडमदर ने 103 साल में कोरोना को मात दी। अस्पताल से जाने के पहले वह एक सांस में पूरी बीयर गटक गईं।

हटके डेस्क। जहां एक तरफ लोग बुढ़ापे का नाम सुनकर घबरा उठते हैं वहीं कुछ बुजुर्ग ऐसे भी होते हैं जिनका बुढ़ापा भी बाल बांका नहीं कर सकता। कोरोना महामारी के समय पूरी दुनिया इसके संक्रमण से घबरा रही है और बुजुर्गों में खासकर इसका ज्यादा डर बैठा हुआ है। लेकिन एक ऐसी दादी हैं भी जिन्होंने 103 साल में भी कोरोना को मात्र 21 दिन में मात दे दी। और तो और अस्पताल के बिस्तर से उठने से पहले उन्होंने बीयर मंगाई और एक सांस में पूरी बोतल गटक गईं। यह कहानी है अमेरिका में रहने वाली जैनी स्टैन्जा की। जैनी को 21 दिन पहले हल्के बुखार की शिकायत आई तो उन्हें इंटेसिव केयर वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। उसके बाद कोरोना जांच में उनका रिजल्ट पॉजिटिव आया। लेकिन जैनी ने मात्र 21 दिन में कोरोना से जंग जीत ली।

कोरोना के बाद परिवार और डॉक्टर्स ने छोड़ दी थी उम्मीद
कोरोना से संक्रममित होने के बाद डॉक्टर्स और उनके परिवारजनों ने उनके बचने की उम्मीद छोड़ दी थी। डॉक्टर्स ने तो परिवारजनों को आखिरी मुलाकात करने तक की सलाह दे डाली थी। लेकिन जैनी ने हार नहीं मानी और मात्र 21 दिन में कोरोना को हरा दिया। जैनी अब पूरी तरह संक्रमण से मुक्त हो गई हैं और उन्हें आईसोलेशन में रखा गया है।  

पोतों के भी हैं पोते
जैनी अपने परिवार में सबसे उम्रदराज हैं। उनके दो बच्चे हैं, तीन पोते-पोतियां हैं, चार पर पोते-पोतियां और तीन पर पर पोते-पोतियां हैं। उनके कोरोना से संक्रमित हो जाने के बाद उनके परिवार के लोग काफी डरे हुए थे। उन्हें जैनी के ठीक होने की उम्मीदें कम ही नजर आ रहीं थी। 

113 साल की महिला भी दे चुकी है कोरोना को मात
इसके पहले स्पेन की 113 साल की महिला ने कोरोना को मात दी थी। जिसके बाद वह कोरोना को हराने वाली दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला बन गई थी। इसके पहले भी अमेरिका के एक 100 साल के व्यक्ति ने 58 दिन में कोरोना से जंग जीती थी।