ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने अब तक 49 मिशन पूरे किए हैं। यह 44 बार ISS पर गया है। इसने 29 बार दूसरी बार उड़ान भरी है।
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट अधिकतम 7 अंतरिक्षयात्रियों को ले जा सकता है। यह वर्तमान में उड़ान भरने वाला एकमात्र अंतरिक्ष यान है जो पृथ्वी पर महत्वपूर्ण मात्रा में कार्गो वापस ला सकता है।
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट इंसान को अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाने वाला पहला निजी अंतरिक्ष यान है। इसकी ऊंचाई 8.1 मिटर और गोलाई 4 मिटर है।
लॉन्च किए जाते समय ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का वजन 6 हजार किलो होता है। लौटते समय इसका वजन 3 हजार किलो तक हो सकता है।
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में 16 ड्रेको थ्रस्टर्स लगे हैं। इनका इस्तेमाल अंतरिक्ष यान को दिशा देने के लिए किया जाता है। प्रत्येक ड्रेको थ्रस्टर से 90 पाउंड का फोर्स पैदा होता है।
ड्रैगन अंतरिक्ष यान में दो ड्रोग पैराशूट लगे हैं। ये धरती पर लौटते समय अंतरिक्ष यान को स्थिर रखते हैं। इसके साथ ही इसमें चार मुख्य पैराशूट लगे हैं।
ड्रैगन के ट्रंक में बिना दबाव वाला कार्गो ले जाया जाता है। यह ऊंचाई प्राप्त करने के दौरान अंतरिक्ष यान को सहारा भी देती है। ट्रंक का आधा हिस्सा सौर पैनलों से ढका हुआ है।
ट्रंक पर लगे सोलर पैनल से उड़ान के दौरान और स्टेशन पर रहते समय ड्रैगन को बिजली मिलती है। पृथ्वी के वायुमंडल में वापस प्रवेश करने से कुछ समय पहले तक ट्रंक ड्रैगन से जुड़ी रहती है।
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के प्रेशराइज्ड सेक्शन में इंसानों के साथ ही पर्यावरण के प्रति संवेदनशील कार्गो को ले जाया जाता है।
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने 2020 में पहली उड़ान भरी थी। इसने 2011 के बाद पहली बार अमेरिकी यान से नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को ISS ले जाने और वापस लाने की क्षमता वापस लौटाई।