Yogi Adityanath Birthday: एक संत, एक सांसद और अब बुलडोजर बाबा! गणित का छात्र कैसे बना हिंदुत्व की सबसे बड़ी राजनीतिक आवाज? जानिए योगी आदित्यनाथ के 10 अनसुने किस्से!
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में अजय मोहन सिंह बिष्ट के रूप में हुआ था। उनका बचपन एक सामान्य पहाड़ी परिवार में बीता।
उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक की डिग्री प्राप्त की, लेकिन बहुत जल्द सांसारिक जीवन त्यागकर अध्यात्म की ओर बढ़ चले।
केवल 21 वर्ष की उम्र में वे महंत अवैद्यनाथ के शिष्य बन गए और गोरखनाथ मठ की दीक्षा लेकर सन्यास ले लिया। उन्होंने अपने सांसारिक नाम और रिश्ते छोड़ दिए।
2014 में अपने गुरु अवैद्यनाथ के निधन के बाद योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मठ के महंत बनाए गए। यह मठ पूर्वांचल की राजनीति में भी बड़ी भूमिका निभाता है।
1998 में महज 26 साल की उम्र में वे गोरखपुर से सांसद चुने गए। वे उस समय देश के सबसे युवा सांसदों में से एक थे और इसके बाद लगातार पांच बार जीत दर्ज की।
2002 में उन्होंने हिंदू राष्ट्रवादी संगठन "हिंदू युवा वाहिनी" की स्थापना की, जो युवा हिंदुओं में राष्ट्रवादी सोच विकसित करने का कार्य करता है।
मार्च 2017 में योगी यूपी के सीएम बने और 2022 में दोबारा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। वे उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें दो पूर्ण कार्यकाल मिले।
अवैध संपत्तियों और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की वजह से उन्हें “बुलडोजर बाबा” कहा जाने लगा। यह नाम अब उनकी पहचान का हिस्सा बन चुका है।
योगी सरकार ने कई सख्त कदम उठाए जैसे – एंटी रोमियो स्क्वॉड, गोकशी और तंबाकू पर प्रतिबंध। इन निर्णयों ने उन्हें हिंदूवादी नेता के रूप में स्थापित किया।
वे 'हठयोग: स्वरूप एवं साधना' और 'यौगिक षट्कर्म' जैसी पुस्तकों के लेखक भी हैं। इससे स्पष्ट होता है कि योग और सनातन परंपरा के प्रति उनका समर्पण गहरा है।