क्या आप जानते हैं कि भारत का ऐसा कौन-सा राज्य है जहां 5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं? यह कोई और नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश है।
उत्तर प्रदेश देश का पहला और इकलौता ऐसा राज्य बन गया है जहां से 5 अलग-अलग इंटरनेशनल एयरपोर्ट संचालित होंगे।
यूपी की यह उपलब्धि न सिर्फ राज्य की हवाई कनेक्टिविटी को मजबूत बना रही है, बल्कि पर्यटन और व्यापार के लिए भी एक नया अध्याय लिख रही है।
उत्तर प्रदेश में पहले सिर्फ 2 इंटरनेशनल एयरपोर्ट थे। एक लखनऊ में चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और दूसरा वाराणसी में लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा।
उत्तर प्रदेश में सालों तक सिर्फ ये दो एयरपोर्ट ही अंतरराष्ट्रीय सेवाएं देते थे, लेकिन बीते कुछ सालों में इसमें बड़ा बदलाव आया है।
2021 में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा। 2023 में अयोध्या, महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा। 2024 में नोएडा, जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, जो सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा।
उत्तर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर), भारतीय एविएशन सेक्टर में नई क्रांति लाने वाला है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) दिल्ली-NCR के IGI एयरपोर्ट पर भीड़ कम करेगा। 1,334 हेक्टेयर में फैला है, जो पहले फेज में 12 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) मालवाहन केंद्र (Cargo Hub) भी होगा, जो हर साल 2.5 लाख टन कार्गो की हैंडलिंग करेगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) से 1 लाख से ज्यादा फ्लाइट मूवमेंट होगी, जिससे देश-विदेश की यात्रा आसान होगी। 40 एकड़ में मेंटेनेंस और रिपेयर सेंटर से विमान सर्विसिंग में तेजी आएगी।
यूपी में 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट होने से यूपी से सीधी विदेशी उड़ानें ज्यादा होंगी। साथ ही इससे लॉजिस्टिक्स-सप्लाई चेन मजबूत होगा और कार्गो हब बनने से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।