Akhilesh Yadav Birthday Special: दोस्त के घर से शुरू हुई मुलाकातें, गुलाबी खतों में बसा प्यार, परिवार के खिलाफ बगावत और फिर सियासी संग्राम का साथ…पढ़िए अखिलेश-डिंपल की लव स्टोरी!
डिंपल से पहली मुलाकात एक दोस्त के घर पर हुई। 17 वर्षीय डिंपल को देखकर 21 साल के अखिलेश का दिल धड़क उठा—यहीं से प्रेम की शुरुआत हुई।
दोनों अपने रिश्ते को छुपाकर रखते थे। बहाना बनाकर दोस्त के घर जाते और चोरी-चोरी मुलाकातें होतीं—जैसे कोई फिल्मी लव स्टोरी।
अखिलेश जब सिडनी पढ़ने गए, तब भी प्यार कम नहीं हुआ। वे डिंपल को गुलाबी लिफाफों में अपने इश्क़ के खत भेजते रहे, चार साल तक यह चला।
अखिलेश और डिंपल के परिवार इस रिश्ते से खुश नहीं थे। मुलायम सिंह यादव भी इस शादी के खिलाफ थे, लेकिन दोनों ने हार नहीं मानी।
अखिलेश ने पहले अपनी दादी को मनाया, फिर अमर सिंह ने मुलायम को राजी किया। इसके बाद शादी का रास्ता साफ हुआ।
शादी धूमधाम से हुई। अटल बिहारी वाजपेयी, दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, अनिल अंबानी जैसे लोग भी शामिल हुए। ये शादी सिर्फ निजी नहीं, सियासी ऐलान भी थी।
डिंपल हमेशा अखिलेश की ताकत रहीं। मैनपुरी उपचुनाव हो या कन्नौज की लड़ाई—हर सियासी मोर्चे पर वह अखिलेश के साथ रहीं।
तीन बच्चों के साथ यह जोड़ी आज भी राजनीति और जीवन में एक मिसाल है—सम्मान, प्यार और साथ का परफेक्ट मेल।
राजनीति के उतार-चढ़ाव में डिंपल ने कभी साथ नहीं छोड़ा। वो सिर्फ पत्नी नहीं, भरोसेमंद साथी भी रहीं – हर मुश्किल में ढाल बनकर खड़ी रहीं।
तीन बच्चों की मां होने के बावजूद डिंपल ने घर और राजनीति दोनों को बेहतरीन ढंग से संभाला। वो अखिलेश की ताकत और प्रेरणा बनी रहीं।
डिंपल अब समाजवादी पार्टी के चेहरों में शामिल हैं। आने वाले वक्त में वह पार्टी की नई दिशा और अखिलेश के विजन की अहम कड़ी होंगी।