पान को क्यों मानते हैं पवित्र, क्यों करते हैं पूजा-पाठ में इसका उपयोग?
Spiritual Apr 24 2025
Author: Manish Meharele Image Credits:adobe stock
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पान इतना पवित्र कैसे?
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान अनेक चीजों का उपयोग किया जाता है। पान भी इनमें से एक है। पान को धर्म ग्रंथों में बहुत ही पवित्र कहा गया है। जानें इसकी उत्पत्ति की कथा…
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अमृत से हुई है पान की उत्पत्ति
वृंदावन स्थित मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्रदासजी महाराज के अनुसार, पान की बेल की उत्पत्ति समुद्र से निकले अमृत से हुई है, इसलिए इसे इतना पवित्र माना जाता है।
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ये है पान की उत्पत्ति की कथा
राजेंद्रदासजी महाराज के अनुसार,‘मोहिनी रूप में जब भगवान विष्णु इंद्र को अमृत पिलाकर रहे थे, उस समय अमृत की कुछ बूंद धरती पर गिरीं, जिससे पान की बेल उत्पन्न हुई।
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इसलिए पूजा-पाठ में होता है पान का उपयोग
अमृत से उत्पन्न होने के कारण ही पान को पवित्र माना गया है और हर शुभ काम जैसे पूजा-पाठ आदि में इसका उपयोग किया जाता है। देवताओं को पान का बीड़ा भी चढ़ाते हैं।
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पान चढ़ाने का मंत्र
देवताओं को पान चढ़ाते समय एक खास मंत्र बोल जाता है- ‘एलालवंग संयुक्तम्, ताम्बूलं प्रतिगृह्यताम्’, यानी इलायची और लौंग के युक्त ताम्बूल (पान) को ग्रहण करो।