वाइस एडमिरल AN प्रमोद कौन हैं? ऑपरेशन सिंदूर ब्रीफिंग में उन्होंने कैसे पाकिस्तानी नौसेना को रक्षात्मक मुद्रा में ला दिया? जानिए DGNO की ताकत और रणनीति।
भारतीय नौसेना के संचालन महानिदेशक वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ऐसा बयान दिया, जिससे पाकिस्तान की नौसेना और वायुसेना पूरी तरह रक्षात्मक हो गई।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान DGNO एएन प्रमोद ने बताया कि भारतीय नौसेना न केवल समुद्र पर बल्कि जमीन पर भी कराची जैसे ठिकानों को टारगेट कर सकती है—जब भी जरूरत पड़ी।
प्रमोद के अनुसार, नौसेना की अग्रिम तैनाती के चलते पाकिस्तानी नौसेना और वायु इकाइयों को रक्षात्मक मुद्रा में रहना पड़ा। वे अब केवल तट या बंदरगाह के आसपास सीमित रह गए हैं।
प्रमोद ने बताया कि हमारी हर मूवमेंट पर नज़र है। उन्होंने कहा कि नौसेना ने समुद्री जागरूकता बनाए रखी है और पाकिस्तानी इकाइयों की गतिविधियों और स्थानों की पूरी जानकारी रही है।
एक जुझारू और अनुभवी अफसर वाइस एडमिरल प्रमोद ने 15 जनवरी 2024 को DGNO बनें। 1990 में नौसेना में कमीशन हुए। वो कैट AC किंग एयर ऑपरेशन ऑफिसर और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर विशेषज्ञ हैं।
उन्होंने INS सतपुड़ा और अन्य जहाजों की कमान संभाली, वेस्टर्न फ्लीट में फ्लीट ऑपरेशंस ऑफिसर रहे और महाराष्ट्र नेवल ज़ोन के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग भी रहे।
प्रमोद INSOC और TAG जैसे महत्वपूर्ण रक्षा समूहों के सदस्य रहे हैं। भारतीय सामरिक एवं ऑपरेशनल परिषद और सामरिक लेखा परीक्षा समूह के भी सदस्य रहे हैं।