भारत का एक ऐसा राज्य जहां हजारों नहीं, लाखों मंदिर हैं! मंदिरों की इस भूमि में छिपी हैं 3,000 साल पुरानी सभ्यताएं, शिलालेख और अद्भुत इंजीनियरिंग। क्या आप जानते हैं इस राज्य का नाम?
भारत में एक राज्य ऐसा भी है जहां हजारों नहीं बल्कि लाखों मंदिर हैं। ये राज्य आस्था और रहस्य का जीवंत प्रतीक है, जिसे 'लैंड ऑफ टेंपल' कहा जाता है।
इस राज्य का हर गांव, हर शहर मंदिरों से सजा है। मंदिरों की संख्या इतनी है कि गिनना मुश्किल हो जाए। यहां की संस्कृति मंदिरों से सांस लेती है।
जी हां हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु की। तमिलनाडु में 3.9 लाख से ज्यादा हिंदू मंदिर मौजूद हैं, जो किसी भी राज्य से कहीं अधिक हैं। यह राज्य आध्यात्म और भव्यता का अद्भुत संगम है।
यहां के कई मंदिर हजारों साल पुराने हैं। इनकी जटिल वास्तुकला आज भी इंजीनियरिंग के छात्रों और वैज्ञानिकों को चकित कर देती है।
बृहदेश्वर, मीनाक्षी, श्रीरंगनाथस्वामी जैसे मंदिर न केवल श्रद्धा के प्रतीक हैं, बल्कि इतिहास और कला की गहराई को भी दर्शाते हैं।
कई मंदिरों में ऐसे प्राचीन शिलालेख और अभिलेख मिले हैं, जो 3,000 साल से भी ज्यादा पुराने हैं। ये भारत के गौरवशाली अतीत की गवाही देते हैं।
तमिलनाडु के मंदिर पूजा स्थलों से कहीं बढ़कर हैं। यहां चोल काल की लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं जैसे 'कुडावोलाई सिस्टम' आज भी प्रेरणा हैं। ये मंदिर तीर्थ, कला और आस्था का अद्भुत संगम हैं।
महाराष्ट्र, कर्नाटक और बंगाल में हजारों मंदिर हैं, लेकिन कोई भी तमिलनाडु के मंदिरों की विशाल संख्या और भव्यता को नहीं छू सका। यही वजह है कि इसे भारत का धार्मिक हृदय माना जाता है।