यह शहर ऐतिहासिक और कृषि-प्रधान है। भारी कंस्ट्रक्शन और इंडस्ट्री न होने के कारण यहां का वातावरण साफ और स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है।
ये हाफ वीलेज है, जहां शहरी प्रदूषण का दबाव नहीं है। कम गाड़ी-मोटर, हरियाली और शांत वातावरण इसकी हवा को साफ बनाए रखते हैं।
यह एक छोटा, कम डेवलप शहर है जहां ट्रैफिक और इंडस्ट्रियल वर्क कम हैं। फार्मिंग बेस्ड लाइफस्टाइल और खुले इलाके इसे प्रदूषण से दूर रखता है।
पहाड़ियों और अंगूर के बागानों से घिरा नासिक धार्मिक और कृषि-प्रधान शहर है। भारी इंडस्ट्री न होने और खुले वातावरण की वजह से यहां की हवा दिल्ली के मुकाबले साफ रहती है।
मुंबई के पास होने के बावजूद यह इलाका समुद्र के करीब है। सी ब्रीज प्रदूषण को फैलने नहीं देती और AQI अक्सर बड़े शहरों के मुकाबले कम रहता है।
मदुरै धार्मिक और सांस्कृतिक शहर है। यहां बड़े उद्योग कम है। यही वजह है कि हवा की क्वालिटी दक्षिण भारत के कई शहरों से बेहतर मानी जाती है।
यह शहर बड़े मेट्रो से दूर और खेती-प्रधान क्षेत्र में बसा है। यहां इंडस्ट्रियल पॉल्यूशन और व्हीकल स्मॉग कम है, इसलिए यहां कि हवा साफ रहती है।
समुद्र से घिरा होने के कारण यहां लगातार ताजी हवा चलती रहती है। भारी ट्रैफिक, फैक्ट्रियां और कंस्ट्रक्शन लगभग न के बराबर हैं, इसलिए इसे सबसे साफ हवा वाली जगहों में गिना जाता है।
सतलुज नदी के किनारे बसा यह शहर इंडस्ट्रियल बेल्ट से दूर है। ट्रैफिक कम, हरियाली ज्यादा और खुले इलाके इसकी हवा को साफ रखते हैं। यह शहर शांति और बेहतर लाइफस्टाइल के लिए जाना जाता है।
शिलॉन्ग को ईस्ट का स्कॉटलैंड कहा जाता है। चारों ओर पहाड़, घने जंगल और कम इंडस्ट्री होने की वजह से यहां की हवा बेहद शुद्ध रहती है। बारिश और हरियाली प्रदूषण को टिकने नहीं देती।