आज भी हमारे देश में ज्यादातर लोग नौकरी को बस पैसे कमाने का जरिया मानते हैं। वहीं कुछ लोग अपने दिल की सुनते हैं और अपने जुनून को ही करियर बना लेते हैं।
ऐसे ही लोगों में शामिल हैं अपाला मिश्रा, जिन्होंने एक सफल डॉक्टर की जिंदगी को छोड़कर UPSC की तैयारी का रास्ता चुना और ऑल इंडिया रैंक 9 हासिल की।
अपाला मिश्रा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की हैं और आर्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता कर्नल अमिताभ मिश्रा सेना में हैं और भाई मेजर अभिषेक मिश्रा भी आर्मी में काम करते हैं।
उनकी मां डॉ. अल्पना मिश्रा, दिल्ली यूनिवर्सिटी में हिंदी विभाग में प्रोफेसर हैं। घर का माहौल शुरू से ही पढ़ाई और देशसेवा से जुड़ा रहा, जिससे अपाला को भी समाज सेवा की प्रेरणा मिली।
अपाला ने 10वीं की पढ़ाई देहरादून से और 12वीं दिल्ली के रोहिणी से की। इसके बाद उन्होंने BDS (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) की पढ़ाई की और एक डेंटिस्ट बन गईं।
लेकिन डॉक्टर बनने के बावजूद उन्हें लगा कि वो देश के लिए और ज्यादा कर सकती हैं और यहीं से शुरू हुआ IAS बनने का सफर।
अपाला ने पहली बार 2018 में UPSC की तैयारी शुरू की लेकिन पहली दो बार (2018 और 2019) में प्रिलिम्स तक भी नहीं निकाल पाईं। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी।
शुरुआत में कोचिंग जॉइन की, लेकिन बाद में सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। उन्होंने रोजाना 7-8 घंटे पढ़ाई शुरू की, खुद की स्ट्रैटजी बनाई और गलतियों को सुधारती रहीं।
तीसरे प्रयास में यानी 2020 में उन्होंने UPSC सिविल सर्विस एग्जाम क्रैक किया और AIR 9 हासिल किया। खास बात यह रही कि उनका इंटरव्यू स्कोर (215/275) पिछले 5 सालों में सबसे ज्यादा था।
हालांकि उन्होंने IAS नहीं चुना, बल्कि Indian Foreign Service (IFS) में शामिल होकर देश का प्रतिनिधित्व करना चुना।
उन्होंने साबित कर दिया कि सच्ची लगन और सही दिशा में मेहनत हो तो कोई सपना अधूरा नहीं रह सकता। अपाला मिश्रा आज लाखों लड़कियों के लिए रोल मॉडल हैं