लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बन सकती है। सोमवार को यूपी में आखिरी चरण का मतदान होने के बाद एग्जिट पोल (UP Exit Poll 2022) के नतीजे सामने आए। एग्जिट पोल के अनुसार यूपी में फिर से भाजपा की सरकार बन सकती है।
रिपब्लिक टीवी के सर्वे के मुताबिक, योगी के नेतृत्व वाली सरकार को 262-277 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, सपा को 119-134, कांग्रेस को 3-8 और अन्य को 2-6 सीटें मिलने का अनुमान है। हालांकि, एग्जिट पोल के ये अनुमान कितने सटीक होंगे, यह तो 10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा।
बदल सकता है 70 साल का इतिहास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अगर जनता फिर से सीएम की कुर्सी सौंपती है तो यह एक रिकॉर्ड होगा। 1952 के बाद यह पहली बार होगा जब राज्य में किसी मुख्यमंत्री को पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से सीएम की कुर्सी मिली हो। 1985 के बाद 37 वर्षों के बाद यह पहली बार होगा कि इस मामले में एक सत्तारूढ़ दल (भाजपा) भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में सत्ता में लौट सकती है।
कांग्रेस के बीते युग में कुछ उदाहरण हैं जब एक सीएम को फिर से राज्य के मुखिया की कुर्सी मिली हो। 1957 में संपूर्णानंद, 1962 में चंद्रभानु गुप्ता, 1974 में हेमवती नंदन बहुगुणा और 1985 में नारायण दत्त तिवारी मुख्यमंत्री के कार्यालय में लौट आए थे। संपूर्णानंद चुनाव में जाने से दो साल पहले मुख्यमंत्री बने थे। चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली और उन्हें फिर से सीएम की कुर्सी मिल गई।
वहीं, चंद्रभानु गुप्ता, हेमवती नंदन बहुगुणा और नारायण दत्त तिवारी चुनाव से कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री बने और पद ग्रहण करने के बाद थोड़े समय के लिए मुख्यमंत्री बने रहे। वे कांग्रेस के दिन थे। पार्टी एक मजबूत आलाकमान के नीचे काम करती थी। यूपी में उस समय नेता अधिक समय तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं टिक पाते थे।
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया का सर्वे
- यूपी में पहले चरण की 58 सीटों में से 49 सीटें बीजेपी को मिलती दिख रही हैं। वहीं सपा गठबंधन को 8, बीएसपी को 1, कांग्रेस और अन्य के खाते में एक भी सीट जाती नहीं दिख रही है।
- दूसरे चरण की 55 सीटों में से बीजेपी को 32 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं सपा गठबंधन को 22 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं बसपा को 1 सीट मिलने का अनुमान है। कांग्रेस का खाता दूसरे चरण में भी खुलता नहीं दिख रहा है।
- तीसरे चरण की 59 सीटों में से बीजेपी को 48 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं सपा गठबंधन को 11 सीटें व बसपा और कांग्रेस का खाता भी नहीं खुलता दिख रहा है।
- चौथे चरण में 59 में से बीजेपी को 55 सीटें, सपा गठबंधन को 3 सीटें, बीएसपी को 1 सीट और कांग्रेस का यहां भी खाता खुलता नहीं दिख रहा है।
- पांचवे चरण की 61 सीटों में से 44 सीटें बीजेपी को, सपा गठबंधन को 14 सीटें, कांग्रेस को 1 और बीएसपी को 2 सीटें मिलती दिखी रही हैं।
- छठे चरण की 57 सीटों में से बीजेपी को 43 सीटें, सपा गठबंधन को 10 सीटें, बसपा को 3 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती हैं।
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2017 में बीजेपी को 312 तो सपा को मिली 47 सीटें
यूपी में 403 विधानसभा सीटें हैं। 2017 के चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो बीजेपी ने 312, समाजवादी पार्टी ने 47, बसपा ने 19, अपना दल ने 9, कांग्रेस ने 7 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, 3 सीटों पर निर्दलीय और 6 सीटों पर अन्य पार्टियों को जीत मिली थी।
यूपी की 403 सीटों पर कुल 4442 उम्मीदवार
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सभी 403 सीटों पर कुल 4442 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से करीब 26% यानी 1142 उम्मीदवार दागी हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 7 चरणों में वोटिंग हुई। पहले चरण के लिए 10 फरवरी, दूसरे चरण के लिए 14 फरवरी, तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी, चौथे चरण के लिए 24 फरवरी, 5वें चरण के लिए 27 फरवरी, 6वें चरण के लिए 3 मार्च, 7वें चरण के लिए 7 मार्च को वोट डाले गए। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
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2017 में कितने सटीक थे एग्जिट पोल
2017 में जब यूपी में चुनाव हुए थे, तब एग्जिट पोल क्या बता रहे थे और नतीजे क्या रहे थे, डालते हैं उस पर एक नजर। बता दें कि 2017 के एग्जिट पोल में सबसे सटीक अनुमान टुडेज चाणक्य का था। टुडेज चाणक्य ने बीजेपी को 285 सीटें मिलने का दावा किया था और नतीजे आने के बाद बीजेपी को 312 सीटें मिली थीं, जोकि दूसरे एग्जिट पोल की तुलना में सबसे सटीक थी।