सार
पीलीभीत में एक महिला ने थाना प्रभारी की बात से आहत होकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। दरअसल वह थाने में अपनी बेटी के साथ हुए अत्याचारों को लेकर शिकायत करने पहुंची थी। इसी दौरान दोनों के बीच बात होने के बाद इंस्पेक्टर ने उसको चरित्रहीन बोल दिया। इसी से आहत होकर उन्होंने ऐसा किया।
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है कि हर कोई सोचने को मजबूर हो जाएगा। बेटी के साथ हुए अत्याचार की शिकायत लेकर एक मां थाने पहुंची। जिसके बाद थाना प्रभारी ने ऐसी बात कह दी जिससे वह बहुत आहत हो गई। दरअसल शहर के माधोटांडा थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक द्वारा कथित तौर पर चरित्रहीन कहे जाने से आहत एक महिला ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया। पुलिस के बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
एसपी ने सीओ पूरनपुर को सौंपी जांच
जानकारी के अनुसार बेटी के साथ हुए अत्याचारी की शिकायत लेकर महिला शुक्रवार को माधोटांडा थाने गई थी। इसी दौरान इंस्पेक्टर द्वारा चरित्रहीन कहे जाने से आहत होकर महिला ने घर जाकर जहर खा लिया। जिसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार उसकी हालात सामान है। यह मामला पुलिस अधीक्षक यानी एसपी के संज्ञान में आने के बाद तत्काल रूप से क्षेत्राधिकारी पूरनपुर को पूरे मामले की जांच सौंप दी। महिला के जहर खाने की जांच मिलने के बाद सीओ ने माधोटांडा में पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता से मिलने पहुंचे शहर कोतवाल
पुलिस के अनुसार महिला का पारिवारिक विवाद चल रहा है, जिसमें वह शिकायत करने थाने गई थी। वहीं पुलिस अधीक्षक दिनेश प्रभु ने शनिवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि महिला के परिजनों ने माधोटांडा थाना प्रभारी की लिखित शिकायत की है। जिसके बाद इस पूरे मामले की जांच सीओ पूरनपुर की सौंपी गई और उन्होंने जांच करना शुरू कर दिया है। जांच में जो भी सामने आएगा उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं जिला अस्पताल में भर्ती पीड़ित महिला से मिलने के लिए शहर कोतवाल हरीवर्धन सिंह अस्पताल पहुंचे। उसके बाद पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इसको लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
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