सार
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे मयंक जोशी ने कहा की लोकतंत्र का महापर्व है मैं सभी लोगों से अपील करता हूं जैसी सरकार चुनना चाहें उस हिसाब से मतदान करें। अखिलेश यादव से मेरा पुराना संबंध है। अखिलेश यादव मेरे दुश्मन नहीं हैं।
आशीष सुमित मिश्रा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में तीन चरणों के मतदान हो चुके हैं। आज चौथे चरण का मचदान जारी है। लेकिन नेताओं के पार्टी बदलने क सिलसिला नहीं रुका है। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी जल्द ही साइकिल की सवारी करने वाले हैं। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के पुत्र मयंक जोशी ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की, जिसकी तस्वीर खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शेयर की है। रीता बहुगुणा जोशी के पुत्र मयंक जोशी गन्ना संस्थान मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव से सिर्फ शिष्टाचार भेंट की थी जब किसी पार्टी में जाना होगा तो डंके की चोट पर जाऊंगा।
अखिलेश मेरे दुश्मन नहीं: मयंक जोशी
हजरतगंज स्थित गन्ना संस्थान मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे मयंक जोशी ने कहा की लोकतंत्र का महापर्व है मैं सभी लोगों से अपील करता हूं जैसी सरकार चुनना चाहें उस हिसाब से मतदान करें। किसान, युवा और महिलाओं के मुद्दे यूपी में हैं। जनता जागरूक है वो जानती है उसको कहाँ मतदान करना है। अखिलेश यादव से मेरा पुराना संबंध है। अखिलेश यादव मेरे दुश्मन नहीं हैं।
लखनऊ में होने वाली वोटिंग से पहले मयंक जोशी का अखिलेश यादव से मिलना बड़ी सियासी हलचल के संकेत हैं। मयंक जोशी को लेकर काफी समय पहले से खबर थी कि वह सपा में शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश की हाई-प्रोफाइल लखनऊ कैंट सीट से भाजपा ने राज्य मंत्री बृजेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट से अपर्णा यादव और मयंक जोशी दोनों टिकट पाने की उम्मीद कर रहे थे।
भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कही थी इस्तीफा देने की बात
यह पार्टी के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती है। लखनऊ कैंट सीट से सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही थीं। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने यह तक कहा था कि वह (बेटा मयंक जोशी) 2009 से काम कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए (लखनऊ कैंट से टिकट) आवेदन किया है। लेकिन अगर पार्टी ने प्रति परिवार केवल 1 व्यक्ति को टिकट देने का फैसला किया है, तो मयंक को टिकट मिलने पर मैं अपनी वर्तमान लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दूंगी।
लखनऊ से प्रयागराज तक दिख सकता है असर
माना जा रहा है कि इसी के बाद से मयंक जोशी नाराज चल रहे थे और रीता बहुगुणा जोशी अभी तक कहीं चुनावी प्रचार में नजर नहीं आई हैं। ऐसे में लखनऊ में वोटिंग से ठीक एक दिन पहले मयंक जोशी और अखिलेश यादव के बीच मुलाकात की तस्वीर सामने आई, जिसका सियासी असर लखनऊ की कैंट सीट पर पड़ने के साथ-साथ पांचवे चरण में प्रयागराज जिले की सीटों पर भी पड़ सकता है, जहां से रीता बहुगुणा जोशी सांसद हैं।
चौथे चरण का मतदान जारी
उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए नौ जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शुरू हो गया है। पोलिंग पार्टियों ने मतदान प्रक्रिया को प्रारंभ करने के लिए पहले माक पोलिंग से ईवीएम को परखा। चौथे चरण में चार मंत्रियों सहित 624 प्रत्याशी मैदान में हैं। 2017 में नौ जिलों की 59 सीटों में से 51 भाजपा गठबंधन के पास थीं। चार पर समाजवादी पार्टी तथा दो-दो पर बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी।