सार
यूपी की राजधानी लखनऊ में दो वकीलों की पिटाई से नाराज अधिवक्ताओं ने लखनऊ-रायबरेली हाईवे को जाम कर दिया। बताया गया कि दो वकील नशे की हालत में गाड़ी चला रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी थी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नाराज अधिवक्ताओं ने लखनऊ-रायबरेली हाईवे को जाम कर दिया। बता दें कि 2 वकीलों की पिटाई से अधिवक्ता नाराज थे। वहीं वकीलों ने कोतवाली में घुसकर 2 पुलिसकर्मियों से मारपीट की और कुछ पुलिसकर्मियों को हाईवे पर गिराकर पीटा। इस दौरान पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच कई बार हाथापाई हुई। वकीलों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को भी छोड़ा। इसके बाद नाराज वकील कोतवाली के सामने धरने पर बैठ गए। शनिवार सुबह 10 बजे से ही लखनऊ-रायबरेली हाईवे पर 8 किमी तक लंबा जाम लग गया है। नाराज अधिवक्ता पुलिसकर्मियों पर 2 वकीलों को पीटने का आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि घटनास्थल पर डीसीपी साउथ राहुल राज समेत कई अधिकारी मौजूद हैं। लगातार वकीलों को समझाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन इसके बाद भी वह मानने को तैयार नहीं है।
स्थानीय लोगों ने की थी वकीलों की पिटाई
बता दें कि यह मामला मोहनलालगंज इलाके का है। ADCP साउथ मनीषा सिंह ने बताया कि पुलिस पर लगाए गए आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता नशे की हालत में कार चला रहे थे। मेडिकल में इसकी पुष्टि हुई है। जिसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। शुक्रवार की देर रात सुशांत गोल्फ सिटी निवासी अधिवक्ता अश्वनी राठौर और अरुण ओझा रायबरेली की तरफ से कार से लखनऊ जा रहे थे। मोहनलालगंज के भसंडा में रहने वाले स्वास्थ्य कर्मी सतीश की बाइक में कार ने टक्कर मार दी। जिससे कि सतीश घायल हो गया। जिसके बाद मौके पर भीड़ एकत्र हो गई। नाराज लोगों ने अधिवक्ताओं की पिटाई कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों वकीलों को लेकर थाने आ गई। वहीं घायल स्वास्थ्य कर्मी की तहरीर पर दोनों का मेडिकल कराया गया। जिसमें नशे की पुष्टि हुई। पुलिस ने बताया कि दोनों पर कानूनी कार्रवाई की गई है। उन्हें पीटा नहीं गया है।
वहीं से गुजरना था डिप्टी सीएम का काफिला
वहीं शनिवार को जब स्थानीय वकीलों को मामले की जानकारी हुई तो वह सब एकजुट होकर मोहनलालगंज कोतवाली पहुंच गए। जिसके बाद अधिवक्ता पुलिस पर दोनों वकीलों को पीटने का आरोप लगाते हुए लखनऊ-रायबरेली हाईवे पर जाम लगा दिया। बता दें कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का सुबह 11 बजे अतरौली में कार्यक्रम था। इसी रास्ते से डिप्टी सीएम के काफिले को गुजरना था। जिस पर तमाम पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच कर स्थिति को शांत करने की कोशिश में जुट गए। इस दौरान जब पुलिस ने वकीलों को हाइवे से हटाने का प्रयास किया तो वह और भड़क गए। जिसके बाद वकील पुलिसकर्मियों से मारपीट करने लगे। बाद में वकीलों को आश्वासन देकर अधिकारियों ने उन्हें शांत कराया। मामला शांत होने के बाद वहां से डिप्टी सीएम का काफिला वहां से गुजरा।
ACP को हटाने की मांग पर अड़े अधिवक्ता
डिप्टी सीएम के काफिले के जाने के थोड़ी देर बाद वकील फिर से वहां पहुंच गए। वह फिर से कोतवाली के सामने धरना-प्रदर्शन करने लगे। जिससे कि हाइवे पर फिर से जाम लग गया। हाईवे के दोनों तरफ 5-5 किमी तक वाहनों की लाइन लग गई। बता दें कि करीब 250 से अधिक वकील हाइवे पर मौजूद थे। इस दौरान ईवीएम से भरे 4 ट्रकों को वेयर हाउस पहुंचाना था। जब इसकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने वकीलों से हटने के लिए बोला तो उनकी भी पिटाई कर दी गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि वकील नशे की हालत में गाड़ी चला रहे थे। जिसके कारण हादसा हुआ था। बता दें कि नाराज वकील मोहनलालगंज एसीपी धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं।
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