सार

31 जनवरी तक धारा 144 लागू कर दिया गया है। साथ ही पुलिस व जिला प्रशासन ने जुमे की नमाज को लेकर कमर कस ली है। लखनऊ, मऊ, प्रयागराज सहित 12 जिलों में इंटरनेट बंद होने से अव्यवस्था का माहौल है।

लखनऊ (उत्तर प्रदेश) । नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एक दिन पहले लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जिलों में हुए हिंसात्मक प्रदर्शन के बाद आज प्रशासन हाई अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश में सभी जिलों 31 जनवरी तक धारा 144 लागू कर दिया गया है। साथ ही पुलिस व जिला प्रशासन ने जुमे की नमाज को लेकर कमर कस ली है। लखनऊ, मऊ, प्रयागराज सहित 12 जिलों में इंटरनेट बंद होने से अव्यवस्था का माहौल है।

सड़क पर उतरे डीजीपी, डीएम-एसएसपी, दुकानें बंद
पुराने लखनऊ में आरएएफ के साथ सीआरपीएफ को भी तैनात किया गया है। डीएम-एसएसपी सड़क पर उतरे हैं। लोगों से शांत रहने की अपील कर रहे हैं। यहां पर प्रदर्शन को लेकर लोगों ने दुकानें की बंद है। डीजीपी ओपी सिंह हुसैनाबाद में टीले वाली मस्जिद पहुंचे हैं। यहां पर डीजीपी ओपी सिंह पैदल गश्त कर रहे हैं। डीजीपी ओपी सिंह ने जुमे की नमाज के पहले निरीक्षण किया। डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि हम मस्जिदों के ईमाम से सपंर्क में हैं। अब कहीं पर भी हिंसा करने वालों पर कार्रवाई करेंगे।


परीक्षा स्थगित
सुरक्षा के कारण लखनऊ बुन्देलखंड और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं भी अगले आदेश तक रद कर दी गयी हैं। इन सभी यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं शुक्रवार से होनी थीं।

सम्भल में सपा सांसद सहित 17 पर केस
सम्भल में सीएए के खिलाफ गुरुवार को समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन के हिंसक होने के मामले में दो केस दर्ज हैं। इनमें सांसद शफीकुर्रहमान बर्क सहित 17 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एक मामला चौधरी सराय पुलिस चौकी पर पथराव और तोडफ़ोड़ का है। इसमें सपा सांसद सहित 17 लोग नामजद हैं, जबकि सैकड़ों अज्ञात हैं। दूसरे मामले में बसों में तोडफ़ोड़ और आगजनी की एफआईआर दर्ज की गई है।

हिरासत में लिए गए 3305 लोग
पूरे प्रदेश में कुल 102 स्थानों पर प्रदर्शन किया गया। उन स्थानों पर जहां पर हिंसा होने की सम्भावना थी। वहां पुलिस बल ने 3305 लोगों को हिरासत में लिया। वहीं, लखनऊ में तड़के तक 112 लोगों को हिरासत में लिया गया। 

सोशल मीडिया पर भी पुलिस का बड़ा अभियान
सोशल मीडिया पर भी पुलिस बड़ा अभियान चला रही है। प्रदेश में सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक/भ्रामक पोस्टों/मैसेज आदि के संबंध में प्रदेश में कुल 13 केस दर्ज कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 1786 ट्विटर पोस्टों, 3037 फेसबुक व 38 यूट्यूब पोस्टों को रिपोर्ट कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।