सार

योगी सरकार ने मंगलवार को 2020-21 का अपना चौथा सबसे बड़ा बजट विधानसभा में पेश किया। इस बार के बजट में नई योजनाओं के लिए 10 हजार 967 करोड़ आवंटित किया गया है। इन्हीं नई योजनाओं में एक है मेरठ से प्रयागराज तक का एक्सप्रेस वे। 637 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए 2 हजार करोड़ की व्यवस्था की गई है।

लखनऊ (Uttar Pradesh). योगी सरकार ने मंगलवार को 2020-21 का अपना चौथा सबसे बड़ा बजट विधानसभा में पेश किया। इस बार के बजट में नई योजनाओं के लिए 10 हजार 967 करोड़ आवंटित किया गया है। इन्हीं नई योजनाओं में एक है मेरठ से प्रयागराज तक का एक्सप्रेस वे। 637 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए 2 हजार करोड़ की व्यवस्था की गई है। यही नहीं, योगी सरकार ने यह दावा किया कि गंगा एक्सप्रेस वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे है। आज हम आपको सरकार के इस दावे की सच्चाई के बारे में बताने जा रहे हैं। 

महाकुंभ में सरकार ने गंगा एक्सप्रेव का ऐलान किया था
29 जनवरी 2019 को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हुई योगी कैबिनेट की बैठक में गंगा एक्सप्रेस वे बनाने का ऐलान किया गया था। कैबिनेट ने इसकी मंजूरी भी दी थी। सीएम योगी ने कहा था, यह एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज पहुंचेगा। इसे बनाने में करीब 36 हजार करोड़ की लागत बताई गई थी। जानकारी के मुताबिक, उस समय सरकार ने इसे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे बताया था, जोकि अब देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे बता रही है। 

क्या है देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस वे की सच्चाई
योगी सरकार ने भले ही गंगा एक्सप्रेस वे को देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस बताया है, लेकिन सच्चाई ये है कि वर्तमान में महाराष्ट्र में बन रहा समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेस वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे है। देवेंद्र फडणवीस सरकार में इस योजना की शुरुआत हुई थी, जिसका काम उद्धव ठाकरे सरकार में तेजी से हो रहा है। गंगा एक्सप्रेस वे 637 किमी लंबा बनेगा, जबकि समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेस वे 701 किमी लंबा बन रहा है।

महाराष्ट्र से नागपुर तक बन रहा देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे
महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एमडी राधेश्याम मोपलवार ने मीडिया से बातचीत में बताया, मौजूदा समय में देश में हमारा एक्सप्रेस ही सबसे लंबा है। 30% काम पूरा भी हो चुका है। 2022 तक इसे पूरा करने का टारगेट था, लेकिन यह दिसंबर 2021 से शुरू हो सकता है। इससे सीधे तौर पर 10 जिले जुड़ेंगे, जबकि 14 जिले अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ेंगे। यह एक्सप्रेस वे महाराष्ट्र से नागपुर तक होगा।

सच्चाई पर सीएम योगी के मीडिया सलाहकार ने कही ये बात
सीएम योगी के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा, समय आने पर पता चल जाएगा कि कौन सा सबसे लंबा हाईवे है। पहली बार एक शानदार एक्सप्रेस वे बनने जा रहा है। इसमें तुलना नहीं करनी चाहिए।