सार
यूपी में राशन वितरण व्यवस्था को और दुरुस्त किया जा रहा है। योगी सरकार ने समय पर लोगों तक राशन पहुंचाने के लिए FCI से कोटेदार तक राशन पहुंचाने की पूरी तरह से व्यवस्था कर दी है।
लखनऊ: यूपी में कोरोना के बाद से गरीबों को मुप्त राशन देने की बीजेपी की योजना बहुत सफल रही है और निचले तबके के लोगों को भरपूर राशन मिला है। कोरोना के समय किसी को भूखे पेट सोना नहीं पड़ा है। अब इस व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार ने कईऔर कदम उठाये हैं। नई व्यवस्था के तहत एफसीआई गोदाम से गेहूं-चावल सीधे कोटेदारों को दिया जाएगा। जिन गाड़ियों से गेहूं-चावल भेजा जाएगा उनकी मॉनिटरिंग भी होगी।
लखनऊ में राशन को लेकर लागू हुई नई व्यवस्था
राजधानी लखनऊ में गुरुवार से राशन की सिंगल स्टेज व्यवस्था लागू हो गई है। मंडलायुक्त रंजन कुमार व जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने अगले माह वितरित होने वाले गेहूं-चावल से भरे ट्राकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। जानकारी के मुताबिक बता दें कि सरकार द्वारा लाई गई नई व्यवस्था के तहत गेहूं व चावल एफसीआई के गोदाम से सीधे कोटेदारों तक पहुंचेगा।
राशन ले जाने वाले वाहनों में लगाया गया जीपीएस सिस्टम
इस को लेकर डीएसओ ने बताया कि 'कोटेदारों की दुकानों तक राशन पहुंचाने वाली गाड़ियों में जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस लगी है। इससे गाड़ियों के गोदाम से निकलने और कोटेदार की दुकान तक पहुंचने को ट्रैक किया जाएगा। गाड़ी इधर-उधर जाती है तो उसकी निगरानी होगी। इस योजना के लागू होने से कोटेदारों को अब अपने साधन से राशन नहीं उठाना पड़ेगा।'
राशन वितरण में लगता था डबल खर्च
बता दें कि अभी तक जो रासन दिया जाता था ।उसको कोटेदार तक पहुंचाने में सरकार का डबल खर्च आता था। उसका कारण था कि पहले एक स्टेज में राशन एफसीआई से उठकर विपणन शाखा के गोदाम जाता था। फिर स्टेज टू में विपणन शाखा के गोदाम से राशन दुकानों पर जाता था। जिस वजह से खर्चा डबल हो जाता था। इसी को देखते हुए अब इन दोनों स्टेज को खत्म कर दिया गया है और उसकी जगह सिंगल स्टेज व्यवस्था लागू की गई है।
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