लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में योगी आदित्यनाथ की सत्ता में दोबारा वापसी हो चुकी है। जिसके बाद से राज्य के सभी विभाग काफी एक्टिव नजर आ रहे है। यूपी के मेडिकल कॉलेजों में बहुत जल्द ही डिस्पले बोर्ड लगाए जाएंगे। जिनकी मदद से यह प्रदर्शित किया जाएगा कि कुल कितने उपलब्ध हैं। उसमें से कितने खाली हैं व कितने भरे हुए हैं, इसकी जानकारी आसानी से प्राप्त हो जाएगी। इन बोर्ड की सहायता से इमरजेंसी में आ रहे मरीजों को कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। खास बात यह है कि हास्पिटल का स्टाफ उन्हें यह कहकर नहीं टरका सकेगा कि बेड खाली नहीं है। उन्हें मरीज को भर्ती करना ही होगा।

मजबूरन नहीं जाना पड़ेगा प्राइवेट अस्पताल
चिकित्सा शिक्षा विभाग मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए तैयारी कर रहा है। मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी में आ रहे मरीजों को आसानी से बेड मिल सकेंगे। उनको वहां पहुंचने के बाद यह सुनना नहीं पड़ेगा कि अभी बेड खाली नहीं है। जिसकी वजह से उनको मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा न हो इसके लिए चिकित्सा विभाग तैयारी करने में पूरी तरह से लग चुका है। इसी कारणवश मेडिकल कॉलेजों में डिस्पले बोर्ड के इंतजाम किए जा रहे है। 

दवाई की उपलब्धता की जानकारी भी मिलेगी डिस्पले बोर्ड में
बता दें कि इससे पहले कोरोना मरीजों के लिए तैयार किए गए कोविड अस्पतालों में कितने बेड खाली हैं, इसकी जानकारी पोर्टल के माध्यम से देने की व्यवस्था पहले ही की गई थी। इसके साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट dgmhup.gov.in पर अस्पतालों में बेड की स्थिति सुबह-शाम दो बार अपडेट करने की व्यवस्था को भी लागू किया गया था। कोरोना काफी कम होने पर इन अस्पतालों में सतर्कता के तौर पर कुछ बेड के वार्ड बना दिए गए हैं। लेकिन अब आगे इसी तरह पोर्टल बनाकर सभी चिकित्सालयों के खाली बेड की जानकारी ऑनलाइन की जा सकती है। इसके साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. वेद ब्रत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता के बारे में भी डिस्पले बोर्ड लगाए जाएंगे। 

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